धौलपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि धौलपुर जिले का विकास राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में शुमार है। धौलपुर राजाखेडा लिफ्ट सिंचाई परियोजना से समृद्वि आएगी, वहीं नए अस्पताल से धौलपुर के लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिलेंगीं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आमजन को कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी तथा उनका लाभ दिलाया जना सुनिश्चित करें। राजे, शुक्रवार को राजनिवास पैलेस में दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम में आमजन, पार्टी कार्यकताओं और जन प्रतिनिधियों से मिली तथा जन सुनवाई की।
इस मौके पर राजे ने 852 करोड रूपए लागत की धौलपुर लिफ्ट परियोजना का कार्य दिसंबर माह में शुरू होने की आशा व्यक्त करते हुए बताया कि इस परियोजना के पूर्ण होने से जिले में आर्थिक समृद्धि का नया दौर शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि ओदी में उपस्वास्थ्य केन्द्र का संचालन शुरू हो गया है। वहीं,100 करोड रूपये की लागत से बनने वाले जिला अस्पताल का शिलान्यास दिसंबर में होने की संभावना है। जिले में 17 सडकों के निर्माण के लिए 15 करोड रूपए से अधिक की राशि जारी की गई है।
मचकुंड की सफाई का कार्य 13 अक्टूबर को शुरू हो गया है। इसके जीर्णो़द्धार कार्य के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। इसके अलावा 6 करोड रूपये की लागत से 109 विद्यालयों में मनरेगा एवं डांग विकास योजना के कन्वर्जन से विकास कार्य किए जाने हैं।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने उपस्थित लोगों को दीपावली की शुभकामना दी। जन सुनवाई में बडी संख्या में लोगों ने अपनी व्यक्तिगत और सार्वजनिक समस्याएं सुनाई तथा मांग पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री राजे ने सभी से आत्मीयता से मुलाकात की तथा नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में झालावाड-बारां सांसद दुष्यंत सिंह, राजस्थान वक्फ विकास परिषद के अध्यक्ष अब्दुल सगीर खान,राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष जगमोहन सिंह बघेल, जिला प्रमुख डा. धर्मपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुर सिंह त्यागी, भरतपुर के संभागीय आयुक्त सुबीर कुमार, आईजी भरतपुर रेंज आलोक त्रिपाठी, कलक्टर शुचि त्यागी, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह, मुख्यमंत्री कार्यालय धौलपुर के ओएसडी रतनलाल योगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसवंत सिंह, धौलपुर विधायक शोभारानी कुशवाह, बसेडी विधायक रानी सिलोटिया, पूर्व जिला प्रमुख दुर्गासिंह अंदाना एवं रामवती देवी, पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर, शिवराम कुशवाह, सुखराम कोली, मनोरमा सिंह एवं रविन्द्र सिंह बौहरा समेत अन्य जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।