शिमला। विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख से एक दिन पहले कांग्रेस ने रविवार को सात प्रत्याशियों की दूसरी सूची तो जारी कर दी, लेकिन बहुचर्चित शिमला ग्रामीण और मण्डी सीट का नाम इससे गायब है।
शिमला ग्रामीण से वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और मंडी सदर सीट से स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर के टिकट पर सस्पेंस अभी कायम है। समझा जाता है कि एक परिवार से एक टिकट देने की नीति के चलते इन दोनाें के टिकटों का फैसला नहीं हो पाया है।
कांग्रेस ने दूसरी सूची में एक मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष का टिकट काटा है। पार्टी द्वारा जारी सूची में छह नए चेहरे हैं। पालमपुर और कुटलैहड़ सीटों पर परिवारवाद का बोलबाला रहा है। कांग्रेस ने पालमपुर सीट से स्पीकर बृज बिहारी लाल बुटेल का टिकट काटकर उनके पुत्र आशीष बुटेल को थमाया है।
इसी तरह कुटलैहड़ से पूर्व विधायक रामनाथ शर्मा के बेटे विवेक शर्मा को टिकट मिला है। ठियोग से कैबिनेट मंत्री विद्या स्टोक्स की जगह दीपक राठौर को टिकट दिया गया है। कुल्लू जिले की आनी सीट का टिकट बदल दिया गया है। यहां से बंसी लाल की जगह परस राम को टिकट दिया गया है।
नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंद्र राणा, कुल्लू से सुरेंद्र सिंह ठाकुर, मनाली से हरि चंद शर्मा और शाहपुर से राज्य वन निगम के उपाध्यक्ष केवल सिंह पठानिया को टिकट मिली है। केवल सिंह पठानिया और लखविंद्र राणा को छोड़कर अन्य सभी छह प्रत्याशी नए हैं।
राज्य में 68 विधानसभा सीटें हैं और कांग्रेस ने अब तक 66 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। पहले चरण में कांग्रेस ने 59 प्रत्याशियों का एलान किया था। इस बीच सोमवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है और शिमला ग्रामीण से विक्रमादित्य सिंह सहित कई तमाम दिग्गज अपना नामांकन भरेंगे। राज्य में 9 नवम्बर को मतदान होगा और 18 दिसम्बर को चुनावी नतीजे घोषित किए जाएंगे।