शिमला। बजट में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा की गई घोषणा के अनुरूप हजारों अनुबंध कर्मचारियों, दिहाड़ीदारों और कंटीजेंट वर्करों को सरकार ने नियमितीकरण का तोहफा दे दिया है। साथ ही सरकार ने अंशकालिक कर्मियों को भी दिहाड़ीदार बनाने के संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने बजट भाषण में घोषणा की थी और इस वादे को सरकार ने एक महीने के भीतर ही पूरा कर दिया है।
कार्मिक विभाग द्वारा जारी आदेशों के अनुसार सभी अनुबंध कर्मियों, जिन्होंने 31 मार्च, 2016 को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है, को नियमित किया जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि जो अनुबंध कर्मचारी 30 सितंबर, 2016 तक पांच साल का सेवाकाल पूरा कर लेंगे, उनको भी इस तिथि से नियमित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त अनुबंध कर्मियों की नियमितिकरण की अवधि को भी छह साल से घटाकर पांच साल किया गया है। दिहाड़ीदारों व कंटीजेंट कर्मियों के नियमितिकरण की अवधि को भी आठ साल से घटाकर सात साल किया गया है।
यह भी निर्णय लिया गया है कि सभी विभागों के सभी दिहाड़ीदार व कंटीजेंट कर्मी, जिन्होंने सात साल का निरंतर सेवाकाल जनजातीय क्षेत्रों को छोडक़र कैलेंडर वर्ष में कम से कम 240 दिन, 31 मार्च, 2016 को पूरा कर लिया है, भी नियमित होंगे।
सभी दिहाड़ीदार कंटीजेंट कर्मी, जिनका सात साल का नियमित सेवाकाल 30 सितंबर, 2016 तक पूरा होगा, भी 30 सितंबर, 2016 को नियमित होंगे। नियमितिकरण के सभी मामले नियमितिकरण के आदेश की तिथि के बाद प्रभावी होंगे।
इसी प्रकार सभी विभागों के अंशकालिक कर्मी, जिनमें शिक्षा विभाग के पार्ट टाईम वाटर कैरियर भी शामिल हैं, जिन्होंने 31 मार्च, 2016 और 30 सितंबर, 2016 को आठ वर्ष का नियमित सेवाकाल पूरा कर लिया है, को दिहाड़ीदार में बदला जाएगा।