शिमला। हिमाचल विधानसभा में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक सोमवार को पारित हो गया। मानसून सत्र की पहली बैठक में इस विधेयक को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
जीएसटी विधेयक को हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पेश किया। विधेयक पर कोई चर्चा नहीं हुई। विधेयक के समर्थन में सतापक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने अपनी हामी भरी और इस तरह बिना चर्चा व बहस के जीएसटी विधेयक विधानसभा में पारित हो गया।
विधेयक को पारित करने से पहले विपक्षी भाजपा के विधायकों ने सदन से वाकआउट किया था, लेकिन विधेयक को पारित करने से ठीक पहले वे सदन में लौट आए थे। जिस रूप में यह विधेयक राज्यसभा और लोकसभा में पास हुआ है, उसी रूप में हिमाचल विधानसभा ने इसे पारित किया।
इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश जीएसटी को पारित करने वाला चौथा राज्य बन गया है। इससे पहले बिहार, असम और झारखण्ड की सरकारें जीएसटी को पारित कर चुकी हैं।
गौरतलब है कि जीएसटी लागू होने के बाद सेंटल एक्साइज डयूटी, एडीशनल डयूटी, स्पेशल एडीशनल डयूटी आॅफ कस्टमस, मेडिसिलन एंड टाॅयलेट प्रिपरेंशंस एक्ट 1955 के तहत एक्साइज डयूटी, सर्विस टैक्स जैसे कई अन्य कर खत्म हो जाएंगे, जिससे आम लोगों को लाभ होगा।