शिमला। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में बीते 24 घंटों से हो रही बारिश और भारी हिमपात से जनजीवन प्रभावित हुआ है। राजधानी शिमला बर्फभारी की सफेद चादर से ढक गया है।
कई वर्षों बाद हुई इस भारी बर्फबारी के कारण शिमला का संपर्क देश के अन्य भागों से कट गया है। शिमला में बीती रात से ढाई फुट बर्फबारी हो चुकी है।
शिमला में शनिवार को दिनभर बर्फबारी जारी रही। जिसके कारण शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग और भारत-तिब्बत सड़क मार्ग समेत कई शिमला-किन्नौर, कुल्लू, लाहुस्पिती, चंबा और सिरमौर जिले के अधिकांश सड़क मार्ग बंद पड़े हुए हैं।
प्रशासन को बर्फबारी के चलते सड़क मार्ग को खोलने में कठिनियों का सामना करना पड़ रहा है। शिमला जिला बर्फबारी के कारण शनिवार को रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे दूध, ब्रेड और समाचार-पत्रों से महरूम रहा।
इसके साथ ही राजधानी और ग्रामीण इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। हिमाचल पथ परिवहन निगम के एक प्रवक्ता ने बताया कि बर्फबारी के कारण सैकड़ों बस रूट बंद हो गए हैं।
निगम के मंडल प्रबंधक रघबीर चौधरी ने बताया कि बर्फबारी का सबसे अधिक असर शिमला, कुल्लू और चंबा जिलों के सड़क मार्ग पर पड़ा है। जबकि, मंडी जिला सामान्य रूप स प्रभावित रहा। शिमला में बर्फबारी के कारण कई पेड़ धराशाई हो गए हैं और अधिकांश स्थानों पर लगभग 20 घंटे से बिजली की आपूर्ति बाधित है।
शिमला में कई वर्षों बाद ऐसी बर्फबारी हुई है। इस बीच मौसम में आए बदलाव के कारण पारे में गिरावट दर्ज की गई है। बीती रात शिमला शहर का न्यूनतम तापमान -0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि दिन के समय शिमला का अधिकतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रदेश में शनिवार को अधिकतम तापमान धर्मशाला में 14.4 डिग्री सेल्सियस जबकि कल्पा में न्यूनतम तापमान 0.4 दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान बर्फबारी में कमी आने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि इस दौरान राज्य के कुछ स्थानों में हिमपात होगा। मौसम विभाग ने अगले सप्ताह प्रदेश में मौसम के साफ रहने की संभावना जताई है।
जबकि आगामी दो दिनों तक पारे में गिरावट दर्ज किए जाने की संभावना जताई है। वहीं दूसरी ओर सूखे की मार झेल रहे किसान व बागवानों के लिए बर्फबारी और बारिश राहत लेकर आई है।