शिमला। भाजपा ने शनिवार को दावा किया कि कई कांग्रेसी विधायक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री की कार्यशैली से खुश नहीं हैं और पार्टी के संपर्क में हैं।
भाजपा ने यह दावा समूचे कांग्रेस विधायक दल और राज्य के नेताओं के मोदी सरकार द्वारा राजनैतिक प्रतिशोध से वीरभद्र सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने के एक दिन बाद किया है।
पार्टी के प्रदेश महासचिव रणधीर शर्मा ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने और मुख्यमंत्री के आवासीय परिसरों पर सीबीआई द्वारा छापेमारी किए जाने के बाद कांग्रेस सरकार डांवाडोल स्थिति में है और एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रही है लेकिन पार्टी के कई विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए शर्मा ने आरोप लगाया कि सिंह सीबीआई जांच को प्रभावित करने के लिए कुर्सी से चिपके हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मैं आपको नाम नहीं बता सकता क्योंकि यह राजनीतिक तौर पर अनैतिक होगा। राजनैतिक स्थिति का जायजा लेने और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग को तार्किक अंजाम तक ले जाने के लिए अपनी रणनीति बनाने के लिए पांच अक्तूबर को यहां भाजपा विधायक दल की बैठक है।
शर्मा ने आरोप लगाया कि अगर मुख्यमंत्री बेदाग हैं तो उन्हें स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच के लिए तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए लेकिन वह सीबीआई जांच को प्रभावित करने के लिए अपनी कुर्सी से चिपके रहने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं के खिलाफ राजनैतिक प्रतिशोध से कार्रवाई किए जाने के आरोपों का खंडन करते हुए शर्मा ने कहा कि अगर यह छापेमारी राजनीतिक प्रतिशोध के तहत की गई होती तो यह 16 दिनों में हो जाती, 16 महीने नहीं लगते।
यह पूछे जाने पर कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा देेंगे, इसपर भाजपा नेता ने कहा कि धूमल व्यक्तिगत प्रकृति के आरोपों का सामना कर रहे हैं और यह हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को पट्टे पर जमीन दिए जाने से संबंधित मामला है। धूमल एचपीसीए मामले में आरोपों का सामना कर रहे हैं।
एक अप्रत्याशित कार्रवाई के तहत केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई ने 26 सितंबर को वीरभद्र सिंह के आधिकारिक आवास और 10 अन्य स्थानों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी की थ्ाी। यह छापेमारी उस दिन की गई थी, जिस दिन उनकी बेटी की शादी थी।