अलवर। वर्ष-2016 में खरीदारी विवाह के शुभ योग बन रहे हैं। इस साल में 26 दिन पुष्प नक्षत्र के योग और पूरे साल 42 दिन शहनाइयां बजेंगी। पुष्प नक्षत्र में भवन, भूमिए वाहन, आभूषण सहित अन्य खरीदारी करना श्रेष्ठ माना जाता है। वहीं इस साल विवाह आदि के सर्वाधिक 42 दिन शुभ मुहूर्त हैं।
सबसे अधिक अप्रेल में 11 दिन और सबसे कम मई, जून, जुलाई में 1.1 दिन शहनाई बजेंगी। 3 मई को रात 10 बजकर 10 मिनट पर शुक्र का तारा पूर्व दिशा में अस्त होगा जो 10 जुलाई को उदित होगा।
9 सितंबर से बृहस्पति अस्त और 7 अक्टूबर को उदित। 8 जनवरी को वक्री होंगे और 9 मई, 2016 को मार्गी हो जाएंगे। अगस्त से अक्टूबर तक एक भी सावा नहीं है। ज्योतिषियों के अनुसार पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनिदेव अधिष्ठाता बृहस्पति देव हैं। शनि के प्रभाव से खरीदी गई वस्तु स्थाई रूप से लंबे समय तक बनी रहती है और गुरु के प्रभाव से वह समृद्धिदायी होती है।
गुरुवार व रविवार को होने वाले पुष्य नक्षत्र को पुष्यामृत योग कहा जाता है। यह दोनों नक्षत्र सभी नक्षत्रों में श्रेष्ठ माने जाते हैं। इनमें किए गए शुभ कार्य जल्द उत्तम फल प्रदान करते हैं।
कुल 27 नक्षत्र में पुष्य को राजा का दर्जा प्राप्त है। इसका संबंध चंद्रमा से है। गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण आभूषण समेत अन्य पीली वस्तुओं की खरीदी विशेष फलदायी होती है। इसी तरह रवि पुष्य योग में गृह प्रवेश, भूमि वाहन आदि की खरीदी करना श्रेष्ठ होता है।