गुवाहाटी। 14वीं असम विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सोमवार को विधानसभा के 20वें अध्यक्ष के रूप में भाजपा के जोरहाट से विधायक हितेंद्र नाथ गोस्वामी ने पदभार ग्रहण किया। विस अध्यक्ष के लिए गोस्वामी के नाम पर भाजपा विधायक दल ने पहले ही मुहर लगा दी थी।
ज्ञात हो कि राज्य के सरभोग विधानसभा के विधायक रंजीत कुमार दास द्वारा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने विस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसेक चलते विस अध्यक्ष का पद खाली था।
जोरहाट विधानसभा से चार बार विधायक चुने गए गोस्वामी का विस अध्यक्ष के के रूप में चुने जाने के लिए विधानसभा सभा उपाध्यक्ष के पास 7 प्रस्ताव पेश किया गया। विरोध में अन्य कोई प्रस्ताव उपाध्यक्ष दिलीप पाल के सामने नाम नहीं आया। जिसके चलते उन्होंने निर्विरोध रूप से असम विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में हितेंद्र नाथ गोस्वामी के नाम की घोषणा की।
उपाध्यक्ष ने इस मौके पर कहा कि सदन के अभिभावक के रूप में अध्यक्ष चुने गए गोस्वामी गणतांत्रिक दायित्व, स्वस्थ गणतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए सदन की मर्यादा और शालीनता को अक्षुण रखने के साथ ही निर्पेक्षता, बिना भेदभाव के साथ ही सभी को साथ लेकर चलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
नव निर्वाचित अध्यक्ष के चुने जाने के लिए सभी का सहयोग मिलने पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने सभी का आभार ज्ञापन किया। उन्होंने इस दौरान सत्ता व विपक्ष के सभी विधायकों द्वारा एकमत दिखाने पर उन्होंने सभी विधायकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक, अधिवक्ता, पत्रकारिता, पूर्व मंत्री के साथ ही एक निष्ठावान समाजसेवी के रूप में अपना योगदान देने वाले हितेंद्र नाथ गोस्वामी के नेतृत्व में सदन का कामकाज बेहतर ढंग से आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि असम विधानसभा के प्रति आशा भरी निगाहों से बराक-ब्रह्मपुत्र घाटी में निवास करने वाली प्रत्येक जनगोष्ठी को समान रूप से आगे ले जाने तथा उन लोगों की समस्याओं के समाधान के क्षेत्र में नए अध्यक्ष एक मजबूत भूमिक निभाएंगे।
निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने पर गोस्वामी ने सदन के सभी विधायकों का आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर वे अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रह हैं।
उन्होंने कहा कि 14वीं विधानसभा में राज्य के विभिन्न जनजातियों के प्रतिनिधि विधायक चुनकर सदन में पहुंचे हैं, उन्हें राज्यवासियों की सभी आशा-आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करते हुए आगे बढ़ना होगा।
उन्होंने सभी विधायकों समान अवसर उपलब्ध देने का आश्वासन दिया। उल्लेखनीय है कि हितेंद्र नाथ गोस्वामी 2014 के मार्च माह में क्षेत्रीय पार्टी अगप को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।
इससे पूर्व 1991, 1996, और 2001 में अगप के विधायक के रूप में जोरहाट से विधायक निर्चावित हुए थे। 1996 में अगप सरकार के मंत्रिमंडल में भी शामिल हुए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद वे जोरहाट विधानसभा क्षेत्र से पुनः विधायक निर्चावित हुए हैं।