नई दिल्ली। जर्मनी के स्टार मिडफील्डर मोरित्ज फुरस्ते हॉकी इंडिया लीग(एचआईएल) की खिलाडिय़ों की नीलामी में गुरुवार को एक लाख डालर से ज्यादा की कीमत पाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए जबकि भारतीयों में फारवर्ड आकाशदीप सिंह को 84 हजार डालर की सबसे ज्यादा कीमत मिली।
एचआईएल के 2016 सत्र के लिए 272 खिलाडिय़ों की नीलामी हुई जिसमें 135 भारतीय और 137 विदेशी खिलाड़ी शामिल थे।
फुरस्ते को कलिंगा लांसर्स ने उनके 30 हजार डालर के बेस प्राइस के मुकाबले 1 लाख 5 हजार डालर की भारी भरकम कीमत पर खरीदा जबकि भारतीय खिलाडिय़ों में आकाशदीप सिंह को 84 हजार डालर की सर्वाधिक कीमत मिली। आकाश को खरीदने के लिए उत्तर प्रदेश विजाड्र्स, दबंग मुंबई और रांची रेज के बीच जबरदस्त होड़ हुई लेकिन इस बेहतरीन स्ट्राइकर को उत्तर प्रदेश खरीदने में कामयाब रहा।
आकाश का बेस प्राइस 20 हजार डालर था। पिछले तीन साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह को रांची ने 81 हजार डालर में और युवा डिफेंडर गुरमैल सिंह को मुंबई ने 81 हजार डालर में खरीदा। इनके बाद गुरविंदर सिंह चांडी को 75 हजार डालर मिले और उन्हें जेपी पंजाब वारियर्स ने खरीदा। भारतीय कप्तान सरदार सिंह को उम्मीदों के अनुरूप कीमत नहीं मिली और उन्हें पंजाब वारियर्स ने 58 हजार डालर में खरीदा।
सरदार नीलामी में सर्वाधिक कीमत पाने वाले शीर्ष 10 भारतीय खिलाडिय़ों से भी बाहर रहे। इस मामले में वह 11 वें स्थान पर रहे। भारत को 16 साल बाद एशियाई खेलों में अपनी कप्तानी में स्वर्ण पदक और रियो ओलंपिक का टिकट दिलाने वाले सरदार को आश्चर्यजनक रूप से 58 हजार डालर की कीमत ही मिली। सरदार का बेस प्राइस 20 हजार डालर था। पंजाब वारियर्स ने भारतीय कप्तान को खरीदा।
सरदार को उनकी पुरानी टीम दिल्ली वेवराइडर्स ने रिटेन नहीं किया था जिसके बाद उन्हें नीलामी में उतारा गया। नीलामी में भारतीय मिडलफील्डर विक्रमजीत सिंह को रांची रेज ने 4500 डालर देकर अपनी टीम का हिस्सा बनाया। लेकिन कलिंगा लांसर्स ने अपने पर्स में से बड़ा हिस्सा जर्मन मिडफील्डर जर्मनी के मिडफील्डर मोरित्ज फुरस्ते को खरीदने पर खर्च किया और उन पर 105000 डालर की चौंकाने वाली राशि खर्च की।
फुरस्ते पर बोली उनके बेस प्राइस 30 हजार डालर की राशि से ही शुरू हुई लेकिन वह फिर एक लाख डालर से भी अधिक राशि अपने खाते में डालने में कामयाब रहे। अन्य जर्मन खिलाड़ी फुक्स को भी नीलामी में बड़ी रकम मिली जबकि उनका बेस प्राइस 20 हजार डालर था। इससे पहले सुबह करीब नौ बजकर 45 मिनट पर शुरू हुई एचआईएल की नीलामी में करीब 135 भारतीय और 136 विदेशी खिलाडिय़ों ने नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
इस दौरान हाकी इंडिया(एचआई) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने सभी फ्रेंचाइजियों का स्वागत किया। नीलामी में विश्व के 20 देशों के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। एचआईएल के चौथे संस्करण में खेल को और रोमांचक बनाने के लिये नये नियम बनाए गए हैं जिसमें मैदानी गोल पर अधिक जोर रहेगा। इसके अलावा हर टीम में 24 खिलाडिय़ों के बजाय 20 खिलाडिय़ों की टीम होगी।
खिलाडिय़ों की संख्या में कुछ कटौती करने का उद्देश्य टीमों पर से अतिरिक्त बोझ कम करना है। यह फैसला सभी छह फ्रेंचाइजी से बातचीत करने के बाद लिया गया है। हर टीम में पहले के 14 भारतीय खिलाडिय़ों के बजाय 12 भारतीय खिलाड़ी होंगे जबकि 10 विदेशियों के बजाय आठ विदेशी खिलाड़ी होंगे। हर टीम को बेंच पर न्यूनतम दो गोलकीपर रखने होंगे।
फ्रेंचाइजी टीमों ने नीलामी में भारतीय खिलाडिय़ों के मुकाबले विदेशी खिलाडिय़ों को खरीदने पर ज्यादा पैसा लगाया। दबंग मुंबई के वीरेन रसकिन्हा ने विदेशी खिलाडिय़ों पर ज्यादा खर्च किए जाने के बारे में कहा कि आस्ट्रेलिया और जर्मनी के खिलाड़ी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं और ये दोनों टीमें चोटी की टीमें है। एचआईएल में दो गोल के नए नियम को देखते हुए हमने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फारवर्ड फुक्स को खरीदने पर ज्यादा जोर लगाया।
रसकिन्हा ने कहा कि टीमों ने अधिकतर शीर्ष भारतीय खिलाडिय़ों को रिटेन कर लिया था। मनदीप ने 2013 की लीग में सबसे ज्यादा गोल किए थे। उसे देखते हुए दिल्ली और रांची ने उन्हें खरीदने को लेकर जोरदार होड़ चली। हालांकि बाद में संदीप ने 81 हजार डालर की कीमत हासिल कर मनदीप को पीछे छोड़ दिया।
डिफेंडर गुरिन्दर सिंह को उत्तर प्रदेश ने 48 हजार डालर, डिफेंडर अमित रोहिदास को कलिंगा ने 31 हजार, फारवर्ड परविंदर सिंह को दिल्ली ने 29 हजार, गोलकीपर हरजोत सिंह को दिल्ली ने 20 हजार और जर्मनी के स्टार गोलकीपर निकोलस जेकोबी को पंजाब ने 27 हजार डालर की कीमत पर खरीदा।
जेकोबी का बेस प्राइस 20 हजार डालर था लेकिन टीमों ने आश्चर्यजनक रूप से जेकोबी पर काफी कम पैसा लगाया। सुबह के सत्र के बाद दूसरे सत्र में फिर से शुरू हुई नीलामी में आस्ट्रेलिया के स्टार फारवर्ड जेमी ड्वेयर को उत्तर प्रदेश विजाड्र्स ने 57 हजार डालर की रकम खर्च कर खरीदा। उनका बेस प्राइस 30 हजार डालर था।