ग्वालियर। होली 13 मार्च की है और 5 मार्च को होली का डांडा गड़ते ही होलिका अष्टक लग जाएंगे। इसके तुरंत बाद खरमास की शुरुआत हो जाएगी।
इससे 40 दिनों तक वैवाहिक आयोजन व सभी तरह के शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। इसके बाद शुभ कार्यों की शुरुआत 16 अप्रैल से होगी। होली के ठीक आठ दिन पहले डांडा गाड़ा जाता है। इसके साथ ही होलिका अष्टक की शुरुआत हो जाती है।
यह 13 मार्च को होली खेलने तक रहती है। इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य नहीं होते हैं। होलिका अष्टक समाप्त होने के बाद 14 मार्च से खरमास शुरू हो जाएगा, जो 14 अप्रैल तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के मुताबिक होलिका अष्टक को सूतक की तरह माना जाता है, जिसकी वजह से शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। इसके बाद खरमास शुरू होने से 16 अप्रेल से ही वैवाहिक आयोजन सहित अन्य शुभ कार्य हो सकेंगे।