जयपुर। जयपुर में रविवार शाम को अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर सैकडों होमगार्डों ने कैंडल मार्च निकाला। भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बडी तादाद में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। इधर विधानसभा के पास टी प्वाइंट पर सातवें दिन भी होमगार्डों का महापड़ाव जारी रहा।
आमरण अनशन पर बैठे 13 होमगार्डों में से सात की तबीयत खराब बताई जा रही है। होमगार्ड लिखित आश्वासन के बिना अपना अनशन तोड़ने को तैयार नहीं हैं। होमगार्ड कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर सात दिन से धरने पर बैठे होमगार्डों ने रविवार शाम शांतिपूर्ण तरीके से कैंडल मार्च निकाला।
कैंडल मार्च ज्योतिनगर से इमली वाला फाटक तक निकाला गया। कैंडल मार्च के दौरान पुलिस का भारी जाब्ता तैनात किया गया। उल्लेखनीय है कि होमगार्ड पिछले सप्ताह मंगलवार को महापड़ाव के दूसरे दिन प्रदर्शन करते हुए सीएम हाउस की ओर कूच करने लगे थे. इस दौरान उन्हें रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए।
वे प्रदर्शन करते हुए 22 पुलिया के पास तक आ पहुंचे। पुलिस ने स्थिति बिगड़ती देख उन पर लाठीचार्ज कर दिया और 22 गोदाम पुलिया से वापस पीछे खदेड़ दिया। इसके बाद होमगार्ड वापस धरना स्थल की और लौट गए, जहां वे विधानसभा के पास टी प्वाइंट पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
होमगार्ड कर्मचारी महासंघ का कहना है कि होमगार्डों को नियमित किया जाए और साल 2009 में जिन 500 होमगार्डों का हटाया गया है उन्हें समायोजित किया जाए। इसके अलावा नौकरी में 55 व 60 साल की आयु सीमा को बढ़ाया जाए।
उन्होंने कई बार सरकार को अपनी मांगों को लेकर अवगत कराया, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हर बार सरकार कोरा आश्वासन देती रही हैं।