नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने देश में आतंकवादी घटना या नक्सली हमले आदि में मरने वाले लोगों के आश्रितों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि बढाने की घोशणा की है। अब ऐसे दुखद हादसों में अपने परिजनों को खोने वाले परिवार को तीन की जगह पांच लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। केन्द्र सरकार ने इस बढी राशि से 2008 के बाद की इस तरह की घटनाओं में मारे गए लोगों को आश्रितों भी लाभांवित करने का निर्णय किया है।…
1984 के दंगों में मृतकों को अतिरिक्त मुआवजा
1984 मेंप्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देशभर में भडके दंगे में मारे गए सिख समुदाय के लोगों को भी वर्तमान केन्द्र सरकार ने अतिरिक्त मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है। इन पीडितों को पांच लाख रुपए अतिरिक्त मुआवजा दिया जाएगा।
चुनाव आयोग ने मांगा जवाब
1984 के दंगों में मारे गए लोगों को अतिरिक्त मुआवजा देने के केन्द्र सरकार के निर्णय पर चुनाव आयोग ने जवाब तलब किया है। इस दंगों मे देशभर में करीब साढे पांच हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। अकेले दिल्ली में ही करीब सवा तीन हजार लोगों की जान गई थी। ऐसे में केन्द्र सरकार के इस निर्णय से सबसे ज्यादा फायदा दिल्ली के पीडितों को होगा। वहां पर विधानसभा उपचुनावों की तिथियों की घोषणा होने के कारण आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में इस मौके पर केन्द्र सरकार की ओर से मुआवजा राशि बढाने केा चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए उनके मुख्मंत्रीत्व काल में सिख दंगों को लेकर बनाई गई एसआईटी को प्रभावी करने की भी आवश्यकता जताई।