नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विवादास्पद इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक को भारत के खिलाफ ‘विध्वंसक गतिविधियों’ में लिप्त होने के लिए उनके खिलाफ सख्त रुख अपनाने का निर्णय लिया है।
उच्चस्थ सूत्रों के अनुसार मंत्रालय नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन(आईआरएफ) को गैरकानूनी संस्था घोषित करने पर विचार कर रहा हैं। मंत्रालय नाइक के दिए गए ‘अति भड़काऊ भाषणों’ की भी समीक्षा कर रहा है।
कोई कड़ा निर्णय लेने से पहले मंत्रालय ने इस आशाय का प्रस्ताव विधि आयोग को भेजा है। मंत्रालय नाइक के संस्थान आईआरएफ के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है।
यह भी आरोप है कि सात बांग्लादेशी आतंकवादी जिन्होंने क्रूर तरीके से कुछ मासूमों को ढाका के एक कैफे में मारा था, वे नाइक से प्रभावित थे। नाइक हमेशा से अपने संबोधनों से विवादों के बीच में घिरे रहे हैं।
नाइक ने ओसामा बिन लादेन को आतंकवादी कहने से मना किया था। मलेशिया, कनाडा और ब्रिटेन ने नाइक के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगा रखा है।