नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव की भोजन की गुणवत्ता संबंधी शिकायत पर गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि बीएसएफ जवान ने राशन की गुणवत्ता को लेकर जो शिकायत की थी, वह जांच में सही नहीं पाई गई है।
मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सीमा पर तैनात जवानों को उचित गुणवत्ता का भोजन दिया जा रहा है। जवानों में भोजन की गुणवत्ता को लेकर कोई अंसतोष नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार किसी भी अर्द्धसैन्यबल शिविर में राशन की कमी नहीं है और उनकी गुणवत्ता की नियमित रूप से जांच होती है। बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से उसे मुहैया कराए जा रहे भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाया था।
वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद केंद्र सरकार हरकत में आई और प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी। वहीं शिकायत के बाद तेज बहादुर को सीमा से हटाकर प्लंबर का काम दे दिया गया।
इस फैसले की आलोचना पर बीएसएफ ने सफाई देते हुए कहा कि जवान को शिकायत करने के लिए कोई सजा नहीं दी गई है। असल में उसे निष्पक्ष जांच के लिए केवल अलग यूनिट में रखा गया है।
उधर, तेजबहादुर की पत्नी शर्मिला ने पति से हुई बातचीत के आधार पर आरोप लगाया कि तेजबहादुर पर अपनी शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।