नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने यहां मंगलवार को कहा कि देश से भ्रष्टाचार मिटाने के लिए ईमानदार और सिद्धांतवादी युवाओं को राजनीति से जुड़ने की जरूरत है। अन्ना ने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए युवाओं को राजनीति में जाना चाहिए, लेकिन उन्हें सिद्धांतों पर आधारित जीवन जीना चाहिए और आचरण व सोच में ईमानदारी होनी चाहिए।
अन्ना ने यहां कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ब्लैक टाइगर नामक एक किताब के विमोचन समारोह में कहा कि उन्हें देश के लिए कुर्बानी देने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। किताब के लेखक सृजन पाल सिंह हैं।
अन्ना ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार को खत्म करने का उनका इरादा नहीं है, और उनके शासन में भ्रष्टाचार बढ़ गया है।
अन्ना ने युवाओं को चरित्रवान बनने की सलाह दी और कहा कि वे देश के सबसे बड़े राजनेताओं से इसलिए मुकाबला कर पाते हैं, क्योंकि 80 साल की उम्र तक भी उन्होंने अपने चरित्र पर कोई दाग नहीं लगने दिया।
उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता तो वे मुझे खत्म कर दिए होते। अन्ना ने 2014 के उस चुनावी वादे की खिल्ली उड़ाई, जिसमें कहा गया था कि विदेशों से काला धन लाकर सभी के खातों में 15 लाख रुपए डाल दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार काला धन देश में लाने में नाकाम रही। अन्ना ने कहा कि सृजन पाल सिंह की भ्रष्टाचार पर लिखी यह किताब युवाओं के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी।