पंचकूला। हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां की करीबी हनीप्रीत इंसां पूछताछ में पुलिस को गुमराह कर रही है।
25 अगस्त को दो अनुयायियों के साथ दुष्र्कम मामले में आरोपी करार देने के बाद पंचकूला और दूसरी जगहों पर हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद पुलिस इस मामले में आरोपियों की कथित भूमिका की जांच कर रही है।
पंचकूला के पुलिस आयुक्त एएस चावला ने संवाददाताओं को बताया कि हनीप्रीत जांच के दौरान पुलिस को पूरे तरीके से सहयोग नहीं कर रही है और सवालों के गोलमोल जवाब दे रही है। चावला ने कहा कि वह पुलिस को गुमराह कर रही है।
अधिकारी ने कहा कि हनीप्रीत, जो देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने से पहले 38 दिनों तक कानून से भाग रही थी, वह इस दौरान राजस्थान, दिल्ली और भठिंडा में भी रही। चावला ने कहा कि डेरे के दो अन्य शीर्ष पदाधिकारी, आदित्य इंसान और पवन इंसान को पकड़ने का प्रयास चल रहा है, जो 25 अगस्त के बाद से फरार हैं।
उन्होंने कहा कि हम इस कड़ी में दूसरे लोगों को भी गिरफ्तार करेंगे। हनीप्रीत जिसका असली नाम प्रियंका तनेजा है, को बुधवार को पंचकूला की एक अदालत ने 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। उसे हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दूसरी जगहों पर छापेमारी की गई थी। पुलिस हनीप्रीत को निशाना बनाकर महीने भर से नेपाल, राजस्थान, बिहार, हरियाणा और दिल्ली में छापेमारी कर रही थी।
हनीप्रीत अपने 30 के दशक के मध्य, एक दशक तक राम रहीम की सबसे करीबी रही थी। उसके पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने दोनों के बीच अवैध संबंध का आरोप लगाया था।
हनीप्रीत खुद को राम रहीम की गोद ली हुई बेटी होने का दावा करती है। तीन साल में उसके निर्देशन में बनी 5 फिल्मों में वह बतौर मुख्य अभिनेत्री काम कर चुकी है।
राम रहीम को 20 साल कठोर कारावास के साथ 30 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है। उसके दोषी सिद्ध होते ही हरियाणा के पंचकूला और सिरसा में भड़की हिसा में 38 लोग मारे गए थे और 264 लोग घायल हुए थे। इसके साथ ही दिल्ली और पंजाब के कई हिस्सों में हिंसा की खबरे आई थीं।