सिद्धार्थनगर। खेसरहा थाना क्षेत्र के परसौना गांव में पेड़ से लटकती पूनम की लाश कई सवालों को जन्म दे रही है। इससे मौत की गुत्थी सुलझने के बजाए उलझती जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घर वालों के बयान में पुलिस भी उलझ गई है। तफ्तीश का हर अहम बिंदु सवाल खड़ा कर रहा है। इससे घटना के खुलासे की उम्मीद ही कम होती जा रही है।
एक अक्टूबर को खेसरहा थाना क्षेत्र के परसौना गांव के ग्रामीणों ने गांव के उत्तर जंगल में एक युवती की लाश पेड़ से लटकती हुई देखी। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंची और शिनाख्त का प्रयास की तो सफलता नहीं मिली। घटना को लेकर सवाल यहीं से खड़ा हुआ। पुलिस की जांच में उसके चरित्र के बारे में भी कुछ जानकारी मिली है। वह शादी के पूर्व किसी लड़के साथ गायब हो गई थी और शादी के एक माह पूर्व घर वापस आई थी। ससुराल वालों से भी संबंध बहुत अच्छा नहीं रहा है। उसके हाथ पर गोदना से लिखे पूनम और राम पर भी कई सवाह है। यह भी पुलिस की जांच का अहम बिंदु हो सकता है।
गांव की लड़की की किसी ने क्यों नहीं की शिनाख्त
मृतका पूनम गांव की ही निवासी थी और गांव के उत्तर जंगल में उसका शव देखकर कोई पहचान करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। ऐसा क्यूं? पुलिस के लिए भी बड़ा सवाल है। इतना ही नहीं गांव के एक बच्चे ने जब शव की शिनाख्त कर दी तो पुलिस के पहुंचने के पहले घर वाले क्यों फरार हो गए? यह इस घटना का दूसरा बड़ा सवाल है जो पुलिस की जांच को प्रभावित कर रहा है। इतना ही नहीं पुलिस के काफी प्रयास और दबाव के बाद जब उसके परिवारीजन घर आए तो ऐसे-ऐसे सवालों को जन्म दिए कि पुलिस भी उलझ गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खड़ा हुआ सवाल
पुलिस ने जब शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जब रिपोर्ट आई तो भी कई सवाल खड़ा हुआ। रिपोर्ट में एण्टी मार्टम हैंगिग आया। इससे भी पुलिस के सामने खुलासे को लेकर असमंजस की स्थित उत्पन्न हो गई। पुलिस विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी ने तो यहां तक बताया कि पूछताछ में मृतका के भाई ने जहर खाने से मौत की बात कही है। ऐसे में पुलिस किस दिशा में पड़ताल करे, वह कुछ समझ ही नहीं पा रही है। ऐसे में यह भी कहा जा सकता है कि पुलिस ज्यादा उलझने के बजाए केस को सोसाइड बताकर बंद कर दे।
मां के बयान से भी उलझ गई पुलिस
पूनम की मां ने जो बयान दिया उससे भी पुलिस उलझ गई। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में पूनम की मां ने बताया कि वह शाम को चार बजे तक किसी से घण्टों बात की। इसके बाद वह मोबाइल सेट को बिस्तर के नीचे रखकर कहीं चली गई। रात में वह नहीं आई तो उसकी तलाश की गई। यहां यह सवाल खड़ा हो रहा है कि जब गांव के जंगल में शव मिलने की बात आई तो क्यों नहीं पूनम के परिवार वालों ने वहां जाकर शिनाख्त की? घटना में सबसे अहम बिंदु यही हो सकता है।
कहीं ऑनर किलिंग का मामला तो नहीं
घटना को लेकर ऑनर किलिंग की भी आशंका है। पुलिस की पूछताछ में भाई और उसकी मां का बयान इस तरह की आशंका को मजबूत कर रहे हैं। भाई का कहना है कि वह जहर खाकर मर गई तो उन्होंने उसे पेड़ से लटका दिया। मां का कहना है कि घण्टों बात करने के बाद बाहर गई और पेड़ से लटक गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट कुछ और कह रही है। ऐसे में पुलिस के लिए बड़ी समस्या है। कोई तहरीर देने की भी हिम्मत नहीं जुटा रहा है। इससे खुलासे की उम्मीद खत्म होती जा रही है और पुलिस भी जांच में उलझती जा रही है।
कोई तहरीर भी नहीं दे रहा
भाई ने जहर खाकर मौत की बात कही हैजबकि मां ने कुछ और बताया है। घटना की तफ्तीश कराई जा रही है। कोई तहरीर भी नहीं दे रहा है। ऐसे में तफ्तीश कर घटना के तह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
राजपाल सिंह, सीओ बांसी