एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले के अलीगंज कस्बे से बेची गई कच्ची शराब से मरने वालों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही। जिलाधिकारी एटा ने जहां एटा जिले में 28 लोगों के मरने की पुष्टि की है। वहीं फरूखाबाद जिले से आ रही सूचनाओं में वहां भी इस अवैध शराब के सेवन से छह लोगों की जान गई है।
गैर सरकारी सूत्रों द्वारा कासगंज जिले के पटियाली तहसील के नगला सोलंकी में भी इस विषाक्त शराब से दो लोगों के मरने तथा दो के सैफई में भर्ती होने की सूचना दी है।
जिलाधिकारी अजय यादव ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया है कि अलीगंज क्षेत्र में बीते शनिवार से अबतक विषाक्त शराब से मरनेवालों की संख्या 28 हो गई है।
वहीं फरूखाबाद जिले की कायमगंज तहसील के एटा जिले की सीमा से लगे गांव दिउरा माहसौना में श्यामसिंह व नन्हें, च्योलरा में सोवरन व सुरेश तथा उम्मरपुर में रामौतार व लालमियां की अलीगंज की इसी विषाक्त शराब के सेवन से मौत होना बताया गया है।
हालांकि कायमगंज के उपजिलाधिकारी अजीत कुमार ने मात्र 4 की मौत की पुष्टि की है। उनका कहना है कि उम्मरपुर निवासी रामौतार व लालमियां की मौत विषाक्त शराब से नहीं बीमारी से हुई है।
इसी प्रकार कासगंज जिले के पटियाली थानाक्षेत्र के गांव नगला सोलंकी में इस विषाक्त शराब से गांव के महेन्द्र व संजू की मौत की सूचना है। हालांकि एसपी कासगंज ने इसका खंडन करते हुए महेन्द्र की मौत हो पथरी के कारण होना बताया है।
वहीं,सैफई के आयुर्विज्ञान संस्थान में अभी भी करीब 50 लोग जीवन-मौत से संघर्ष कर रहे हैं। अलीगंज स्वास्थ्य केन्द्र की सूचनानुसार वहां से करीब 95 लोगों को अनयत्र रैफर किया गया था, जिसमें कुछ की मौत हो गई है जबकि शेष विभिन्न उच्च स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपचार करा रहे हैं।