सबगुरु न्यूज बांसवाड़ा/उदयपुर। इसे चिकित्सा विज्ञान के लिए चुनौती कहें या कुदरत का अजूबा कि एक महिला अपने शरीर में एक ग्राम से भी कम खून होने के बावजूद जीवित है।
जी हां यह बिल्कुल सच है। चिकित्सा विज्ञान के लिए अबूझ पहेली के रूप में उदयपुर संभाग के आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले में ऐसा ही अनूठा मामला सामने आया है।
बांसवाड़ा जिले के घाटोल उपखण्ड क्षेत्र के आमलीवाटा गांव निवासी महिला देवा पत्नी जीवा के शरीर में एक ग्राम से भी कम खून है और जीवित है।
उसके शरीर में एक ग्राम से भी कम खून होने की जानकारी तब मिली जब गत दिनों उसे बुखार आने पर बांसवाड़ा जिला मुख्यालय के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद जब उसके खून की जांच की गई तो डाक्टर समेत परिजनों के भी होश फाख्ता हो गए।
देवा के शरीर में एक ग्राम से भी कम खून होने का तथ्य चिकित्सकों के गले नहीं उतर रहा है और वे आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है। इस संबंध में चिकित्सकों ने लैब इंचार्ज से भी बात की। चिकित्सक अब भी इसकी गहन जांच में जुटे हुए हैं।