बेंगलुरु। आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी करार दी गई अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला ने आम कैदी की तरह जेल में पहली रात बिताई।
इससे पहले, शशिकला द्वारा घर का खाना मांगने तथा ए-वन क्लास बैरक की मांग की गई थी। मगर जेल अधिकारियों ने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि उन्हें कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं मिलेगी।
इस दौरान, शशिकला ने रात्री भोजन करने तथा जेल का युनिफार्म (सफेद साड़ी) पहनने से भी मना कर दिया था। मगर जेल प्रशासन के दबाव पर उन्होंने अगले दिन सुबह से जेल युनिफार्म पहनने की बात कहीं। वहीं, बाद में उन्होंने चावल और दही के रूप में हल्का भोजन किया।
वहीं, साथी इलावरसी ने किसी भी प्रकार की मांग न करते हुए जेल प्रशासन का पूरा सहयोग किया। जेल की पहली रात में शशिकला और इलावरसी ने करीब पौने बारह बजे तक बातचीत की और फिर सो गए।
अगले दिन सुबह साढ़े पांच बजे उठकर शशिकला ने अपने बैरक में ही मॉर्निंग वॉक की। फिर करीब साढ़े छह बजे कॉफी मिली और सुबह का नाश्ता दिया गया। इस बीच, शशिकला को अंग्रेजी और तमिल में कई समाचार पत्र भी पढ़ने को दिए गए।
बतादें कि शशिकला के भतीजे सुधाकरन को भी इसी जेल में रखा गया है। विदित हो कि शशिकला को जेल में श्रम भी करना होगा। सूत्रों के अनुसार उन्हें जेल में मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने का काम मिल सकता है। जेल में उनकी एक दिन की कमाई सिर्फ 50 रुपए होगी, साथ ही रविवार को भी कोई छुट्टी नहीं मिलेगी।