नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी वकील एच.एस.फुल्का और सुखपाल खेहरा को चीफ व्हिप को सौंपी है।
आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आप नेताओं की बैठक में यह निर्णय लिया। बुधवार को बैठक के बाद आप के पंजाब संयोजक गुरप्रीत गुग्गी ने कहा कि हमारी पार्टी के लिए थोड़ी ख़ुशी की बात है। खेहरा सबसे युवा विधायक हैं।
अकाली और भाजपा को हराकर सदन में 22 सदस्य पहुंचे हैं। लोक इंसाफ पार्टी के दो विधायक भी हैं। राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और सभी नेताओं ने फुल्का को विधानसभा में नेता विपक्ष चुन लिया है। वहीं सुखपाल खेहरा को चीफ व्हिप चुना गया है।
गुग्गी ने कहा कि केजरीवाल ने नए विधायकों को काम करने के बारे में बताया है। अब हम संवैधानिक तौर पर संघर्ष करेंगे, शालीन तरह से जनता की आवाज को उठाएंगे।
वहीं एच.एस.फुल्का ने पार्टी की ओर से स्वयं को पंजाब का नेता विपक्ष चुने जाने पर कहा कि अपने विधायकों को बहुत धन्यवाद, उन्होंने मुझे नेता विपक्ष बनाया है। जनता ने हमें निगरानी का दायित्व दिया है। हम सरकार के फैसलों पर धयान देंगे।
हम भले सरकार नहीं बना सके, पर बादलों को चुनाव लड़ना सिखा दिया। पहली बार बादलों को सीट बचाने के लिए जमीन पर उतरना पड़ा। हम अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। वहीं चीफ व्हिप पद कि जिम्मेदरी सौंपे जाने पर सुखपाल खेहरा ने कहा कि हमारी पार्टी ने नेता विपक्ष और चीफ व्हिप को लेकर जो फैसला लिया है, उसका सम्मान करते हैं।
जनता के निर्णय का सम्मान करते हैं। विधानसभा में जनहित के मामलों को तेजी से उठाएंगे। पंजाब ने हमें चौकीदार बनाया है, अपना काम ईमानदारी से करेंगे। उल्लेखनीय है कि एच.एस. फुल्का लंबे समय से पंजाब के 1984 के दंगा पीडि़तों के केस सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहे हैं।
फुल्का को विपक्ष का नेता बनाकर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ-साथ अकाली दल को घेरने का काम भी कर दिया है क्योंकि फुल्का की अकाली दल में भी अच्छी पैठ रही है।
दंगा पीड़ितों के केस लड़ने के कारण वह सिखों के एक विशेष वर्ग में खासी पहचान रखते हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल होने वाले सुखपाल सिंह खेहरा को पंजाब विधानसभा में पार्टी का चीफ व्हिप बनाया गया है।