human value oriented education must for happy life saye dalai lama
सूरत। तिब्बती धर्मगुरु और नोबल पुरस्कार से सम्मानित दलाई लामा ने कहा कि शिक्षा को मानवीय मूल्य आधारित होना चाहिए।
दलाई लामा गुरुवार को वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में होप फॉर टुमारो विषय पर छात्रों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने दिमाग को सर्वशक्तिमान बताते हुए कहा कि इसका सकारात्मक इस्तेमाल होना चाहिए जिससे कि विश्व शांति के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।
यह पहला मौका है जब नोबल पुरस्कार से सम्मानित हस्ती सूरत में आई। इसके बाद वे नानपुरा स्थित गांधी स्मृति भवन पहुंचे और तिब्बती समाज को संबोधित किया। यहां उन्होंने लोगों के साथ प्रेमपूर्वक रहने और अच्छे इंसान बनने का संदेश दिया।
जीवंत है भारत-तिब्बत का रिश्ता
नानपुरा स्थित गांधी स्मृति भवन में आयोजित कार्यक्रम में दलाई लामा ने तिब्बती समाज के लोगों के साथ संवाद किया। यहां उन्होंने समाज के लोगों से अच्छा इंसान बनने और मेहनत व सच्चाई के रास्ते आगे बढऩे का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत में रिफ्यूजी हैं और एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहें। भारत और तिब्बत के हजारों साल पुराने सांस्कृतिक संबंध हैं। गुरु-शिष्य की इस परंपरा को जीवंत बनाए रखें।