भिलाई/दुर्ग। छत्तीसगढ़ दुर्ग जिले के सुपेला थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 13 रामनगर निवासी जायसवाल दंपती ने अपने दो बच्चों को जहर देकर फांसी लगा ली।
घटना गुरूवार सुबह साढ़े चार बजे के आसपास की है। जब जायसवाल परिवार का सात साल का अक्षत बदहवास हालात में अपने पड़ोसियों के दरवाजे को पीट-पीटकर उठाने की कोशिश कर रहा था। तभी कुछ पड़ोसी बाहर निकलकर अक्षत से पूछा क्या हो गया? अक्षत ने जो घटना बयान की उसे सुनकर पड़ोसी हतप्रत रह गए।
पड़ोसियों ने अक्षत को लेकर घर के अंदर प्रवेश किया, तब अक्षत की मां संध्या जायसवाल फांसी पर झूल रही थी। तभी कुछ लोगों ने ऊपरी मंजिल पर रह रहे उनके जेष्ठ पुत्र को आवाज लगाई। लोगों की आवाज सुनकर नीचे आया तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई।
31 वर्षीय मनीष जायसवाल और उनकी पत्नी संध्या जायसवाल को फांसी पर झूलते देख आश्चर्यचकित रह गए। वहीं छह महीने का आयुष्मान बिस्तर पर मृत पड़ा हुआ था। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इसकी सूचना संबधित पुलिस थाने को दी।
थाना प्रभारी राकेश जोशी सिपाहियों के साथ घटना स्थल पहुंचे। इधर, सीएसपी कविलाश टंडन ने भी मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। शवों का पंचनामा करने के दौरान फोरेंसिक एक्सपर्ट पहुंच गए।
सभी पहलुओं पर जांच के बाद मनीष, उनकी पत्नी संध्या और दुधमुंहे बच्चे का शव को पोस्टमार्टम करने के लिए भेज दिया गया। घटनास्थल के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद किया है।
इस नोट में दिल्ली की एक कंपनी का जिक्र करते हुए लिखा है कि हम लोग 24 दिसम्बर को आत्महत्या कर रहे हैं। मैं अपनी सारी पूंजी 12 लाख 11 हजार 80 रूपए दिल्ली की सिटीजन फाइनेंस कंपनी में जमा किया था। लेकिन कंपनी से फोन आया कि 23 दिसंबर तक 3 लाख 50 हजार रूपए और जमा करने के लिए कहा गया लेकिन मेरे पास जमा करने के लिए और पैसे थे नहीं। तब सेे मैं मानसिक रूप से काफी परेशान हूं।
यही बात मनीष जायसवाल के मोबाइल पर भी रिकार्ड हंै। इस घटना से पूरे मुहल्लेवासी सकते में है, वहीं सात साल का अक्षत जायसवाल होशहवास खो बैठा है। पुलिस ने अक्षत को अस्पताल में भर्ती कराया है।
सीएसपी कविलाश टंडन ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं पर जांच की जाएगी। सोसाइड नोट में जिस व्यक्ति व संस्था का जिक्र आया है, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।