घर के बाहर इंतजार कर रहा पति बोला –
अरे और कितनी देर लगाओगी ?
पत्नी ( गुस्से में ):-
चिलाना बन्द करो ।
एक घण्टे से कह रही हूँ
पांच मिन्ट में आ रही हूँ ,
समझ में नही आता क्या!!
—-
पति दंगल फ़िल्म देखकर आया
और
फ़िल्म का गाना
“ऐसी धाकड़ है धाकड़ है”
घर में गुनगुना रहा था।
किंतु
मुह में गुटका होने के कारण आवाज
“ऐसी डाकण है ऐसी डाकण है”
निकल रही थी।
बीवी ने सुन लिया।
पति का अपोलो हॉस्पिटल में इलाज चल रहा हे।
———
किट-किट की आवाज़ आ रही थी ….
पत्नी (जागकर) :-
“देखो जी,
चूहे कपड़े कुतर रहे हैं.?”
पति (कांपते हुए) :-
“सारी रजाई तो तूने खीच ली…….
मेरे ही दाँत किटकिटा रहे हैं..!”
———
दुकानदार : क्या चाहिए ?
ग्राहक : मुझे बीवी से लड़ने के लिए ताकत चाहिए, हिम्मत चाहिए ,अकल भी चाहिए ।
दुकानदार : साहब को एक क्वार्टर दो, सोडा दो
और मुँगदाल का पैकेट दो पाँच वाला।