मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में मराठी के मुद्दे की राजनीति का सहारा लेकर उतरने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे अब नई राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। शिवसेना से मात खाने के बाद वे अपनी पार्टी का एजेंडा बदलने की तैयारी कर रहे हैं।
गुरूवार को खुद राज ठाकरे ने मराठी के साथ हिन्दुत्व के मुद्दे को जोड़ने का स्पष्ट संकेत दिया। उन्होंने कहा कि मैं हिन्दू हूं और हिन्दुत्व के लिए खड़ा रहूंगा। राज ने यह बयान देकर अपनी नई भूमिका स्पष्ट की है।
रूईया कालेज में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राज ने छात्रों से संवाद साधते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने अपनी पार्टी के झंडे के हरे रंग का जिक्र करते हुए कहा कि यह रंग मुसलमानों के लिए माना जाता है।
अमजद अली खान के सरोद के लिए और जाकिर हुसैन के तबला के लिए यह रंग है। भिवंडी या बेहरामपाड़ा के लिए नहीं। राज ने आगे कहा कि मैं हिन्दू हूं और हिन्दुत्व के लिए खड़ा रहूंगा। आजाद मैदान में मोर्चा के खिलाफ मैं रास्ते पर उतरा था। राज ने अपनी अगली राजनीति की भूमिका जाहिर की।
शिवसेना से अलग होकर राज ने मनसे पार्टी बनाई और शिवसेना के मराठी के मुद्दे पर ही महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव लड़कर 13 विधायक लाए थे। नासिक महापालिका पर सत्ता हासिल की। लेकिन मराठियों के लिए कोई बेहतर काम नहीं करने से राज की राजनीति कमजोर पड़ गई है।
शिवसेना मराठी और हिन्दुत्व के मुद्दे पर मनसे से आगे है और इस समय केंद्र एवं महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सत्ता में शामिल है। अब शिवसेना के इसी मुद्दे को अपनाकर राज राजनीति के मैदान में शिवसेना से आगे निकलने का सपना देख रहे हैं।