लखनऊ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट लखनऊ-आगरा ग्रीन एक्सप्रेस-वे पर शुक्रवार को लड़ाकू विमानों के लैंडिंग और टेकऑफ का परीक्षण हुआ। इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन 21 नवम्बर को होना है।
उद्घाटन से पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमानों के लिए बनाई गई एयर स्ट्रिप पर दिन में पांच सुखोई-30 और तीन मिराज विमानों ने लैंडिंग और टेकऑफ किया। यह परीक्षण पूर्णतया सफल रहा।
लड़ाकू विमानों ने इस दौरान कई करतब भी दिखाए। हालांकि इस परीक्षण के समय विमानों के साथ सैल्फी लेने वालों की भीड़ से पुलिस को निपटने में काफी मशक्त भी करनी पड़ी।
पहला ट्रायल करीब 1.07 बजे तीनों विमानों ने एक साथ किया। फिर 1.20 बजे एक-एक कर लड़ाकू विमानों ने लैंडिंग की। खास बात यह रही कि हवाई पट्टी पर लो हाइट में तीनों विमानों की 300 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भरी।
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 21 नवम्बर को जब इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे उस समय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की यहां लैंडिंग होगी।
करीब 302 किमी लंबा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण 22 महीने में पूरा किया गया। इस पर 13 हजार 200 करोड़ खर्च हुए। दिसंबर से यह पूरी तरह शुरू हो जाएगा।
दरअसल यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि किसी आपात स्थिति में जरुरत पड़ने पर भारतीय वायुसेना इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कर सके। सरकार ने इसी उद्देश्य के मद्देनजर एक्सप्रेस वे पर बांगरमऊ तहसील के खंभौली गांव के पास 14 किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई गई है।
पिछले साल मई में भी वायुसेना ने मिराज-2000 फाइटर जेट की मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर लैंडिंग कराई थी।
जर्मनी, पोलैंड, स्वीडन, साउथ कोरिया, ताइवान, फिनलैंड, स्विटजरलैंड, सिंगापुर और पाकिस्तान पहले ही अपने यहां हाईवे को जेट फाइटर्स की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिहाज से तैयार कर चुके हैं।