पुणे। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए दूसरे वनडे मैच से ठीक पहले उपजे पुणे पिच विवाद को आईसीसी ने गंभीरता से लेते हुए अपने भ्रष्टाचार रोधी इकाई के एक और अधिकारी को भी जांच में मदद के लिए पुणे भेजा है।
पुणे पिच के क्यूरेटर पांडूरांग सलगांवकर को मैच से पहले बीसीसीआई ने पद से बर्खास्त कर दिया था। एक निजी टीवी चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में सलगांवकर पिच से छेड़छाड़ की बात कहते हुए दिखाए गए थे।
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार भारत व न्यूजीलैंड की टीमों के साथ श्रृंखला में मौजूद एसीयू के अधिकारी बीर सिंह ने पुणे पिच विवाद की जांच शुरू कर दी है। आईसीसी ने उनकी मदद के लिए एसीयू के एक अन्य अधिकारी स्टीव रिचर्डसन को भेजा है।
यह जांच स्वतंत्र रूप से होगी और इसमें बीसीसीआई के एसीयू को सम्मिलित नहीं किया जाएगा। सलगांवकर के अलावा आईसीसी एसूयी उन पत्रकारों से भी बात कर सकती है जिन्होंने यह स्टिंग ऑपरेशन किया था।
इसी बीच बीसीसीआई ने तीसरे मैच की मेजबानी कर रहे कानपुर के ग्रीनपार्क स्टेडियम के स्टाफ को भी सचेत कर दिया है। मैदान के अंदर किसी भी बाहरी शख्स को जाने की अनुमति नहीं है। यहां तक की मीडिया को भी मैदान के अंदर नहीं जाने देने के आदेश हैं। मैदान के अंदर सिर्फ ग्राउंड स्टाफ और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के अधिकारियों के जाने की अनुमति है।