बर्मिघम। विश्व क्रिकेट में प्रशंसकों को अगर सबसे ज्यादा किसी मुकाबले का इंतजार रहता है तो वह है दो पड़ोसी देशों भारत और पाकिस्तान के बीच के मैच का। वहीं अगर दोनों देश किसी आईसीसी टूर्नामेंट में आमने-सामने हों तो जोश, जुनून, जज्बा और उम्मीदें अपने चरम पर होती हैं।
चैम्पियंस ट्रॉफी में रविवार को भारत और पाकिस्तान भिड़ेंगे। कहने को यह मैच मैदान पर होगा, लेकिन मैदान के बाहर इस मुकाबले की घोषणा के वक्त से जो माहौल बनता है वो सभी को ज्ञात है।
एजबेस्टन क्रिकेट मैदान पर मौजूदा विजेता भारत का पलड़ा पाकिस्तान पर भारी रहेगा। हालांकि भारतीय टीम को मैदान से बाहर बोर्ड और ड्रेसिग रूम को पनपे ताजा विवादों से उबरना भी होगा।
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देश के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में शुमार अनिल कुंबले के मार्गदर्शन में भारतीय टीम का बीता दो वर्ष बेहद सफल रहा है। लेकिन कुंबले और कप्तान कोहली के बीच जिस तरह चैम्पियंस ट्रॉफी से ठीक पहले मतभेद की खबरें आई हैं, टीम को चैम्पियंस ट्रॉफी के बेहतर आगाज के लिए इन सबसे उबरना होगा।
अभ्यास मैच में न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसे देखकर पता चलता है कि भारतीय टीम इस समय खेल के हर क्षेत्र में पूरी ताकत रखती है।
लगातार चल रहे सीमा विवाद के और राजनीतिक गतिरोध के चलते भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध स्थगित हैं और सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स में ही दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं। ऐसे में प्रशंसकों की उम्मीदें दोनों देशों में सुनामी बन जाएं, यह बात लाजमी है।
दोनों देशों ने आखिरी बार 2012-13 में द्विपक्षीय श्रृंखला खेली थी। लेकिन इसके बाद ऐसा संभव नहीं हो सका।
इस मैच में दोनों टीमें हर हाल में जीत हासिल कर सेमीफाइनल के लिए अपनी दावेदारी को मजबूत करना चाहेंगी।
क्रिकेट पंडितों की मानें तो मैच में भारत का पलड़ा भारी है। इसका कारण उसकी मौजूदा फॉर्म और पाकिस्तान क्रिकेट के बदहाल हालात हैं।
भारत की बल्लेबाजी में कप्तान कोहली के जिम्मे बड़ी जिम्मेदारी होगी। कोहली का पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन अच्छा रहा है। 2015 विश्व कप में जब दोनों टीमें भिड़ीं थीं, तब भारत की जीत में कोहली के शतक की अहम भूमिका थी।
अभ्यास मैच में शिखर धवन, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या ने बल्ले से अपनी प्रतिभा और फॉर्म का परिचय दिया है।
सलामी बल्लेबाजी के लिए रोहित शर्मा और धवन की जोड़ी के उतरने की संभावना ज्यादा है। मध्य क्रम में विराट और अंजिक्य रहाणे पर जिम्मेदारी होगी। युवराज सिंह फिट नहीं हैं, ऐसे में कार्तिक को मौका मिल सकता है।
अंत में महेंद्र सिंह धोनी, जाधव और पांड्या पर टीम को जीताने या बड़े स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी।
भारत की गेंदबाजी पिछले कुछ महीनों में काफी मजबूती से उभरी है। उसके पास नई गेंद से भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी और उमेश यादव के रूप में तीन बड़े विकल्प हैं। अंतिम ओवरों में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर रन रोकने और विकेट लेने में माहिर हैं। इन चार तेज गेंदबाजों में से विराट किसे मौका देते हैं यह पिच पर काफी निर्भर करेगा।
रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में विराट के पास विश्व के दो शानदार स्पिनर हैं जो पिच से मदद के मोहताज नहीं हैं और रन रोकने के साथ विकेट लेने की काबिलियत रखते हैं। यह दोनों बल्ले से भी अहम योगदान दे सकते हैं।
चैम्पियंस ट्रॉफी में एकदिवसीय रैंकिंग में शीर्ष आठ टीमों को जगह मिली है। पाकिस्तान आठवें नंबर की टीम के तौर पर इस टूर्नामेंट में उतर रही है।
नए कप्तान सरफराज अहमद के जिम्मे अपनी कप्तानी के शुरुआती दौर में एक बड़े मैच की जिम्मेदारी आई है। मैच से पहले पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। इस बड़े मुकाबले में शरजील खान नहीं उतरेंगे। वह पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में फिक्सिंग के आरोपों के चलते निलंबन झेल रहे हैं।
वहीं खराब फिटनेस के कारण उमर अकमल को बोर्ड ने स्वदेश वापस बुला लिया है। ऐसे में टीम कप्तान मिस्बाह उल हक के अलावा वरिष्ठ खिलाड़ी शोएब मलिक, इमाद वसीम, बाबर आजम पर निर्भर करेगी।
पाकिस्तान की गेंदबाजी का दारोमदार वहाब रियाज, जुनैद खान और मोहम्मद आमिर के जिम्मे होगा।
टीमें (संभावित) :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), महेंद्र सिंह धौनी, रोहित शर्मा, अंजिक्य रहाणे, शिखर धवन, केदार जाधव, युवराज सिंह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, उमेश यादव, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या।
पाकिस्तान : सरफराज अहमद (कप्तान/विकेटकीपर), अहमद शहजाद, अजहर अली, बाबर आजम, फाहिम अशरफ, फखर जमां, हरीस सोहेल, हसन अली, इमाद वसीम, जुनैद खान, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद हाफिज, शादाब खान, शोएब मलिक, वहाब रियाज।