लंदन। इंडियन प्रीमियर लीग के 10वें संस्करण में शुरुआती दौर में कंधे में चोट लगा बैठे आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज क्रिस लिन उस चोट को पूरी तरह से पीछे छोड़कर चैम्पियंस ट्रॉफी में खेलने के लिए तैयार हैं।
लिन आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेले थे। वह मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए पहले मैच में फील्डिंग के दौरान अपने कंधे में चोट लगा बैठे थे। हालांकि उन्होंने टूर्नामेंट के अंत में वापसी की थी और कोलकाता के लिए आतिशी पारियां खेली थीं।
Champions Trophy की लेटेस्ट न्यूज के लिए यहां क्लीक करें
आईसीसी चैम्पियंस ट्राफी की शुरुआत गुरुवार से हो रही है। आस्ट्रेलियाई टीम को अपना पहला मैच शुक्रवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलना है। लिन का कहना है कि जब उन्हें चोट लगी थी, तब उन्हें डर था कि वह बाकी के मैच खेल पाएंगे या नहीं।
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने लिन के हवाले से लिखा है कि ईमानदारी से कहूं तो मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। मैं उस समय अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। चोट के बाद जो पहली चीज मेरे दिमाग में आई वह यह थी कि मैं यहां दोबारा खेल पाऊंगा या नहीं।
उन्होंने कहा कि इसलिए मैं भारत में रुका रहा। हालांकि वहां रुकना जरूरी नहीं था लेकिन वापसी करना मेरी प्राथमिकता थी। इसलिए मैं वहां प्रतिदिन अभ्यास करता था और दोबारा मैदान पर वापसी करने की कोशिश करता था। मैं अपने आप को मौका देना चाहता था।
लिन को वापसी करने में दो से तीन सप्ताह लगे थे। लिन ने कहा कि मैं वापसी के लिए प्रतिबद्ध था। वापसी के बाद जो पहला मैच मैंने खेला उसमें मैंने गेंद को अच्छे से मारा। इसलिए मेरा आत्मविश्वास काफी ऊपर है। अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं टीम में अपना योगदान देना चाहूंगा।
लिन से जब टी-20 से 50 ओवर के बदलते प्रारूप के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि क्या मेरा रोल बदला है? मैं नहीं कह सकता। अंत में यह सफेद गेंद है और मैं इसे अगर उसी तरह से मार सका जिस तरह से टी-20 में मार रहा था, तो यह अच्छा है।