कार्डिफ। पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद (नाबाद 61) ने अहम समय पर मोहम्मद आमिर (नाबाद 28) के साथ जरूरी साझेदारी कर आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के ग्रुप-बी के अंतिम मैच में रोमांचक मुकाबले में सोमवार को श्रीलंका के मुंह से जीत छीन ली।
इस जीत के साथ पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंच गया है। श्रीलंकाई गेंदबाजों ने पाकिस्तान को 49.2 ओवरों में 236 रनों पर ही ढेर कर दिया था। इस मामूली से लक्ष्य को पाकिस्तान ने संघर्ष करते हुए 44.5 ओवरों में सात विकेट खोकर हासिल करते हुए तीन विकेट से मैच जीत लिया।
दोनों टीमों के लिए यह बेहद अहम मैच था। इस मैच को जीतने वाली टीम सेमीफाइनल में प्रवेश करती और हारने वाली टीम टूर्नामेंट से बाहर। पाकिस्तान ने आखिरकार शानदार वापसी करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया जहां, उसका सामना मेजबान इंग्लैंड से होगा।
मामूली से लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान ने अपने सात विकेट 162 के कुल स्कोर पर ही खो दिए थे। यहां से श्रीलंका की जीत तय लग रही थी और सेमीफाइनल के सपने बुनने उसने शुरू कर दिए थे।
तभी पाकिस्तानी कप्तान ने जिम्मेदारी ली और विकेट पर अंगद के पांव की तरह जम गए। आमिर ने अपने कप्तान का बखूबी साथ दिया। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 15 ओवरों में पांच की औसत से 75 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को रोमांचक जीत दिलाई। सरफराज को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पाकिस्तान को शुरुआत तो अच्छी मिली थी। सलामी बल्लेबाज फखर जमान (50) ने अजहर अली (34) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 74 रन जोड़े। तेजी से रन बना रहे फखर, नुवान प्रदीप की गेंद को फाइन लेग पर असेला गुणारत्ने को कैच दे बैठे। उन्होंने 36 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और एक छक्का लगाया।
यहां से पाकिस्तान की बल्लेबाजी लड़खड़ा गई। बाबर आजम (10) को भी प्रदीप ने अपना शिकार बनाया। वह 92 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे। टीम के स्कोर में तीन रनों का इजाफा होने के बाद मोहम्मद हफीज (1) भी आउट हो गए।
गिरते विकटों का यह सिलसिला रूका नहीं। अजहर 110 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट लिए। टीम ने 162 के स्कोर तक आते-आते आपने सात विकेट खो दिए। शोएब मलिक (11), इमाद वसीम (4) और फहीम अशरफ (15) पवेलियन लौट चुके थे।
यहां से कप्तान सरफराज ने संघर्ष करना शुरू किया और आमिर के साथ मिलकर टीम को जीत की राह पर आगे ले जाने की कोशिश की जो सफल रही। सरफराज ने 79 गेंदें खेलीं और पांच चौके लगाए। आमिर ने 43 गेंदों का सामना किया और सिर्फ एक चौका लगाया। सरफराज ने चौके के साथ टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया।
इससे पहले, पहली पारी खेलने उतरी श्रीलंका निरोशन डिकवेला की 73 रनों की पारी के बावजूद 49.2 ओवरों में सभी विकेट खोकर 236 रन ही बना सकी।
पाकिस्तानी कप्तान सरफराज ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। जुनैद खान ने 26 के कुल स्कोर पर दानुष्का गुणाथिलका (13) को आउट कर पाकिस्तान को पहली सफलता दिलाई। लेकिन, इसके बाद दूसरे विकेट के लिए उसे 56 रनों का इंतजार करना पड़ा। डिकवेला ने पांव जमा लिए थे और इसमें कुशल मेंडिस (27) ने उनका अच्छा साथ दिया।
मेंडिस रंग में आ ही रहे थे कि हसन अली ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं। 82 के कुल स्कोर पर मेंडिस पवेलियन लौट लिए थे। टीम के स्कोर में एक रन का इजाफा हुआ था कि पदार्पण मैच खेल रहे फहीम अशरफ ने दिनेश चंडीमल को बोल्ड कर अपना पहला विकेट लिया।
यहां से एक बार फिर डिकवेला ने श्रीलंका को संभाला और इस बार उनको साथ मिला कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (39) का। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी की। 161 के कुल स्कोर पर मैथ्यूज को आमिर ने चलता किया। एक रन बाद कुशल परेरा की जगह टीम में आए धनंजय डी सिल्वा (1) जुनैद का शिकार हो गए।
अगले ओवर में आमिर ने डिकवेला की पारी का अंत करते हुए पाकिस्तान को बड़ी सफलता दिलाई। डिकवेला ने 86 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। 167 के कुल स्कोर पर जुनैद ने थिसरा परेरा को पवेलियन भेजा।
सुरंगा लकमल (26) और गुणारत्ने (27) आठवें विकेट के लिए 46 रन जोड़कर अपनी टीम को 200 से पहले आउट होने से बचा लिया। इन दोनों को हसन अली ने पवेलियन भेजा। अशरफ ने प्रदीप (1) को आउट कर श्रीलंका की पारी का अंत किया।
पाकिस्तान की तरफ से जुनैद और हसन ने तीन-तीन विकेट लिए। आमिर और अशरफ को दो-दो सफलता मिलीं।