मुंबई। वर्तमान समय में बैंकों के घाटे में इजाफा होने का समाचार नित प्रकाशित हो रहा है। इसी कडी में आईडीबीआई बैंक का नाम जुड गया है। वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में आईडीबीआई बैंक को 1736 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है, जबकि वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में आईडीबीआई बैंक को 546 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।
मिली जानकारी के अनुसार तिमाही दर तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में आईडीबीआई बैंक का ग्रॉस एनपीए 8.94 फीसदी से बढक़र 10.98 फीसदी हो गया। तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में आईडीबीआई बैंक का नेट एनपीए 4.6 फीसदी से बढक़र 6.78 फीसदी रहा है।
रुपए में एनपीए पर नजर डालें तो तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में आईडीबीआई बैंक का ग्रॉस एनपीए 19615 करोड़ रुपए से बढक़र 24875 करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में रुपये में आईडीबीआई बैंक का नेट एनपीए 9613 करोड़ रुपए से बढक़र 14643 करोड़ रुपए रहा है।
तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में आईडीबीआई बैंक की प्रोविजनिंग 3723 करोड़ रुपये से बढक़र 4450 करोड़ रुपये रही है। वित्त वर्ष 2015 की जनवरी-मार्च तिमाही में आईडीबीआई बैंक की प्रोविजनिंग 1718 करोड़ रुपये रही थी। वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में आईडीबीआई बैंक को 1119 करोड़ रुपये का टैक्स राइट-बैक मिला है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में आईडीबीआई बैंक को टैक्स पर 225 करोड़ रुपये का खर्च करना पड़ा था।