नई दिल्ली। कारोबारी मुकेश अम्बानी की टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने फ्री ऑफर पेश कर टेलिकॉम बाजार में जबरदस्त एंट्री की है। 18 जनवरी के बाद से आइडिया सेलुलर के शेयर प्राइज में 15 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
ऐसा आदित्य बिरला ग्रुप की आइडिया और ब्रिटिश दिग्गज कंपनी वोडाफोन के बीच विलय होने की खबरों के बाद हुआ है। अगर इन दोनों कंपनियों का विलय होता है तो यह मिलकर देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन जाएगी।
टेलिकॉम इंडस्ट्री का यह सबसे बड़ा विलय भी होगा। माना जा रहा है कि ऐसा रिलायंस जियो के आने से बढ़ी प्रतिस्पर्धा के कारण हो सकता है।
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार, विलय को लेकर कुछ समय से बातचीत चल रही है। तीसरी तिमाही के नतीजों पर विचार को लेकर होने वाली आइडिया की 23 जनवरी की बैठक भी टाल दी गई है, जिससे इस खबर को और ज्यादा हवा मिली है। कई टॉप बैंकर्स ने देश की दूसरी नंबर की टैलीकॉम कंपनी वोडाफोन और तीसरे नंबर की आइडिया के विलय की बात को सही ठहराया।
एक बैंकर ने कहा कि रिलायंस जियो के बाजार में आने के बाद दोनों कंपनियों के लिए अपने राजस्व, लाभ और वैल्यूएशन की रक्षा के लिए विलय ‘एक जरूरत’ बन चुकी है।
विलय होता है तो नई कंपनी के पास सबसे ज्यादा करीब 39 करोड़ सब्सक्राइबर्स होंगे। वर्तमान नंबर एक कंपनी एयरटेल के पास 27 करोड़ और रिलायंस जियो के पास 7.2 करोड़ ग्राहक हैं। इसके अलावा नई कंपनी का रिवेन्यू मार्कीट शेयर 40 फीसदी होगा, जबकि एयरटेल का करीब 32 फीसदी है।
वोडाफोन ने हाल ही रिलायंस जियो को टक्कर देने के लिए कुछ नई स्कीम्स निकाली थी। सितंबर 2016 में कंपनी ने 47,700 करोड़ रुपए खर्च किए थे। वहीं सितंबर 2016 तक कंपनी के पास 20 करोड़ ग्राहक थे।