शरीर के अंगों या खासकर चेहरे पर दाग या धब्बों का होना सौंदर्य से संबंधित एक गंभीर समस्या है। विशेष तौर पर विवाह योग्य आयु वाले युवकों और युवतियों के लिए। ऐसे दाग या निशान सड़क दुर्घटनाओं में लगी चोट की वजह से, जलने की वजह से या फिर मुंहासों की वजह से हो सकते हैं।
प्लास्टिक के डब्बों में रखा व्यंजन दे सकता है आपको नुक्सान
इनसे निजात पाने के लिए लोग अनेक प्रकार की क्रीम्स आदि का इस्तेमाल करते हैं, पर वांछित सुधार नजर नहीं आता। दाग व धब्बे किसी भी कारण से हो सकते हैं, लेकिन अब इन्हें हटाने के लिए कई उपचार भी उपलब्ध हैं, जिनकी सहायता से इनमें ऐसे सुधार किए जाते है कि ये करीब-करीब अदृश्य हो जाते हैं।
सनस्क्रीन के ज्यादा इस्तेमाल से आपके शरीर में विटामिन डी की…
इलाज की विधियां दाग धब्बों को हटाने के लिए इस समय जो चिकित्सकीय विधियां उपलब्ध हैं, उनमें स्कार रिवीजन सर्जरी, फैट इंजेक्शन सर्जरी और लेजर ट्रीटमेंट को खास तौर शुमार किया जाता है।
कल क्या थे आज क्या हो गए ये बॉलीवुड सितारे
स्कार रिवीजन सर्जरी: चोट की वजह से होने वाले ज्यादातर धब्बों को परंपरागत स्कार रिवीजन सर्जरी के जरिए ठीक किया जा सकता है। चेहरे के धब्बों के लिए यह सर्जरी लोकल एनेस्थीसिया की सहायता से यानी बेहोश किए बगैर की जा सकती है। इस विधि से धब्बे को सर्जरी की सहायता से हटा दिया जाता है।
मां ने की बेटे की गलत मसाज, पैर की नस दबने…
फैट इंजेक्शन सर्जरी: सबसे आधुनिक फैट इंजेक्शन सर्जरी है। यह चोट के दाग-धब्बों के साथसाथ जलने के कारण बने दागों व निशानों और मुंहासे के कारण बने दाग-धब्बों को मिटाने के लिए अत्यंत उपयोगी है। फैट इंजेक्शन सर्जरी के अंतर्गत रोगी की वसा कोशिकाओं को ही इंजेक्शन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
दाग व निशानों की समस्या का समाधान करने में यह तकनीक बेहद सफल साबित हो रही है। यह सिकुड़ चुके धब्बे को ठीक करने के लिए बेहद उपयोगी है।
जाने कैसे बच सकते हैं आप कमर दर्द की समस्या से
फैट ग्राफ्टिंग की यह प्रक्रिया रोगी के शरीर से लाइपोसक्शन विधि के माध्यम से वसा प्राप्त करने के साथ शुरू होती है। यह वसा पेट या कूल्हे के पास से ली जाती है। इसकी प्रोसेसिंग करने के बाद सर्जन इसे दोबारा धब्बे वाली त्वचा के नीचे इंजेक्ट कर देता है। स्टेम सेल्स थेरेपी के प्रचलन में आने के बाद अत्याधुनिक ‘रीजनरेटिव मेडिसिन’ के क्षेत्र में हो रहे शोध-अनुसंधानों में काफी प्रगति हुई है।
रोजाना इमली खाने से होते हैं ये कमाल के फायदे
ये स्टेम सेल्स फैट में भी मौजूद रहते हैं और इन्हींको विकारग्रस्त स्थान में इंजेक्ट करने के कारण दाग-धब्बों या निशानों में सुधार होने लगता है। फैट में मौजूद स्टेम सेल्स का इंजेक्शन देने के बाद दाग-धब्बों में और अधिक सुधार के लिए नई किस्म की आंशिक लेजर विधि का दो या तीन बार इस्तेमाल किया जाता है।
आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और FACEBOOK पर PAGE LIKE कीजिए, और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE