सोल। संसद से पारित महाभियोग प्रस्ताव पर संविधानिक पीठ में अंतिम सुनवाई के दौरान दक्षिण कोरिया की दोषी राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हाय अदालत में उपस्थित नहीं होंगी।
उल्लेखनीय है कि अंतिम सुनवाई सोमवार को होने वाली है और अदालत ने दोषी नेता को रविवार तक यह निर्णय करने को कहा था कि वह अंतिम बहस सत्र में प्रतिवादी के रूप में अपना पक्ष प्रस्तुत करने के लिए उपस्थित रहेंगी या नहीं।
विदित हो कि गत साल 9 दिसंबर को संसद में राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित हुआ था और व्यापक रूप से पूर्वानुमान लगाया जा रहा है कि अदालत अपना फैसला 13 मार्च को सुनाएगी, क्योंकि इसी दिन सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अवकाश ग्रहण करने वाले हैं।
वैसे भी अदालत को अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने में 10 से 14 दिन लगते हैं। संसद से पारित महाभियोग प्रस्ताव को बरकारार रखने के लिए 8 सदस्यीय संविधानिक पीठ के छह न्यायाधीशों की स्वीकृति जरूरी है। इसलिए एक और न्यायाधीश के अवकाश ग्रहण करने पर अदालत के फैसले की वैधता खतरे में पड़ सकती है।