जयपुर। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को राजनीतिक दलों से सदन में बहस की गुणवत्ता में सुधार लाने की अपील की। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सिर्फ अपने मतदाताओं की संख्या के आधार पर दुनिया के सामने ज्यादा समय तक लोकतंत्र का आदर्श नहीं बना रह सकता।
पहली बार आयोजित भैरो सिंह शेखावत व्याख्यान माला के अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि संसदीय कार्यप्रणाली में बहस, वैचारिक मतभेद और निर्णय हमेशा अहम होते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि अब तक 14 बार संसदीय चुनावों में हिस्सा लेने वाली भारतीय जनता द्वारा अंगीकार संविधान की अपनी शानदार परंपरा रही है और इसने अपने नागरिकों को अधिकार दिए हैं.. लेकिन हम संसद सदस्य हमें मिले विशेषाधिकार को लगातार जाया कर रहे हैं।
आप सिर्फ अपने मतदाताओं की विशाल संख्या के आधार पर दुनिया के सामने लोकतंत्र का आदर्श नहीं बने रह सकते, जब तक कि अपके विचार-विमर्शो और बहसों की गुणवत्ता में सुधार नहीं होता।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग को लोकसेवा के क्षेत्र में पहला भैरो सिंह शेखावत लाइफटाइम अचीवमेंट ऑनर प्रदान किया।