गर्मी में ठंडा पानी किसे बुरा लगता है!(VIDEO: जंगल में लड़का और लड़की करते मिले ये शर्मनाक काम) ऊपर से नेचुरल ब्यूटी, बोले तो खुला आसमान, पहाड़ और हरियाली। जी हां, आप बिल्कुल ठीक समझ रहे हैं हम वाटर फॉल की ही बात कर रहे हैं।
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थोसेघर झरना
थोसेघर झरना भारत के बड़े झरनों में से एक है।(VIDEO: MLA की पत्नी एक्ट्रेस की फोटो हुई वायरल अब लगा यह आरोप) इसकी ऊंचाई सुनकर ही आप हैरान हो जाएंगे। यह झरना महाराष्ट्र में है। इसकी ऊंचाई करीब 1150 फुट है। यह सतारा शहर के कोंकन क्षेत्र में है। इसको लोग कस पठार और कस झील के नाम से भी पुकारते हैं। बारिश के मौसम में इस झरने का एक विहंगम रूप देखने को मिलता है। इसके किनारे खूबसूरत फूल भी खिले रहते हैं। यह झरना महाराष्ट्र के असघन्दर झरना, लिंगमाला झरना, धोबी झरना और कुन फॉल्स में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है|
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नोहसिंजिथियांग झरना
नोहसिंजिथियांग झरना मेघालय में है। यह सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 32 किमी दूरी पर है। नोहसिंजिथियांग को ‘सात बहनों का झरना’ कहा जाता है। पूर्वी खासी हिल्स के इस झरने की ऊंचाई 1,033 फुट है। बारिश के मौसम में यहां नजारा बेहद रोमांचक होता है। यह झरना विभिन्न आकारों की चट्टानों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां विभिन्न प्रकार के वन्यजीव और गुफाएं भी देखने को मिलती हैं। यहां बड़ी संख्या में हर साल गर्मी में लोग घूमने आते हैं।
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दूधसागर झरना
यह गोवा में स्थित है। यह भारत के सुंदर मनमोहक झरनों में से एक है। इसे “सी ऑफ मिल्क” के रूप में भी जाना जाता है। यह झरना गोवा-कर्नाटक की सीमा के पास मांडवी नदी पर स्थित एक जलप्रपात है।(VIDEO: सैमसंग गैलेक्सी S9 बेहतर फीचर के साथ) यह झरना पणजी से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है। इसकी ऊंचाई करीब 1,020 फुट है। भारत के ऊंचे झरनों में गिना जाने वाला दूधसागर दुनिया के ऊंचे झरनों में करीब 227वें नंबर पर है। यहां पर पश्चिमी घाटों के घने वन, रोलिंग पहाड़ियों का एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।
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जोग प्रपात
यह झरना शरावती नदी पर स्थित है। जोग प्रपात महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर है। यह भी भारत के ऊंचे झरनों में से एक है। इसकी ऊंचाई करीब 830 फुट ऊंची है।(VIDEO: एक महीने के वर्कआउट प्लान से ऐसी बॉडी बनाए) इस झरने को यूनेस्को ने दुनिया के सबसे पर्यावरणीय स्थलों में से एक घोषित किया है। बारिश के मौमस में इसके पानी का भयानक प्रवाह देखने को मिलता है। पानी से गर्जने जैसी आवाजें आती हैं। इसके करीब जाने पर पानी के छींटे पड़ने से काफी अच्छा फील होता है। इसके अलावा आंखो को भी सुकून मिलता है।
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खांडधर झरना
उड़ीसा का सबसे बड़ा खांडधर झरना सुंदरगढ़ जिले के नंदापानी में हरे भरे वनों के बीच है। इसकी ऊंचाई करीब 801 फुट की है। इस झरने का आकार घोड़े की पूंछ जैसा है।
यह पूरे साल बहता रहता है।(VIDEO: लड़की की मिली लाश सीधा करके पता चला अनमैरिड प्रेग्नेंट है लड़की) हालांकि मॉनसून सीजन में इसका आकार थोड़ा बढ़ जाता है। यह कुसुम, सैल, सेगुन, मोहा, पलाश और आकशमोनी पेड़ों के घने जंगलों से घिरा हुआ है। खंडाधर झरना उड़ीसा में सबसे लोकप्रिय झरना है। इसके अलावा यह भारत के मुख्य पयर्टन स्थलों में गिना जाता है। यहां गर्मी के दिनों में बड़ी संख्या में पयर्टक आते हैं।
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