नई दिल्ली। बैंकों के हजारों करोड़ रुपये का कर्ज न चुकाने के आरोपी शराब कारोबारी विजय माल्या ने यूपीए और एनडीए सरकारों पर खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया साइट पर माल्या ने लिखा कि ये दोनों सरकारें अपनी आपसी प्रतियोगिता के चलते मुझे बेवजह परेशान कर रही हैं। इसके लिए बाकायदा मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। दुखद ये है कि इस पूरे खेल में कोई भी न्याय करने वाला नहीं है।
शुक्रवार को विजय माल्या ने सीबीआई पर कमेंट करते हुए लिखा कि वह उन पर सीबीआई द्वारा लगाए आरोपों पर चकित हैं। जो आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह गलत और स्वीकार्ययोग्य नहीं हैं। मुझे समझ नहीं आता कि सीबीआई को बिजनेस और अर्थशास्त्र का कितना ज्ञान है, जो वो मुझ पर ऐसे आरोप लगा रही है।
माल्या ने हाल ही में मारन बंधुओं को अदालत से दोषमुक्त किए जाने को लेकर सीबीआई पर सवाल उठाए और लिखा कि मारन बंधुओं को आरोपी बनाकर उनका नुकसान करना सब कुछ एक नाटक जैसा था। लेकिन आखिरकार क्या हुआ, क्या सच की जीत हुई?
बैंकों का हजारों रुपये का कर्ज नहीं लौटाने के मामले में आरोपी शराब कारोबारी विजय माल्या फिलहाल देश से बाहर हैं। जिसके चलते सारे मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है। सीबीआई ने अदालत में विजय माल्या के खिलाफ आरोप-पत्र भी दाखिल किया है।