सूरत। स्वैच्छिक आयकर योजना में सोमवार को करदाताओं ने 105 करोड़ रुपए का डिस्क्लोजर किया। इनमे आठ बिल्डर हैं और चार कपड़ा उद्यमी हैं। सूरत कमिश्नरेट में अब तक आईडीएस योजना में लगभग 1200 करोड़ रुपए आ चुके हैं।
करदाताओं के पास रहा कालाधन बाहर निकालने के लिए शुरू की गई आईडीएस योजना को सूरत में अच्छा प्रतिसाद मिला है। देशभर में सूरत कमिश्नरेट मुंबई और दिल्ली के बाद तीसरे स्थान पर है। सूरत में बिल्डर्स ने बड़े पैमाने पर इस योजना में डिस्क्लोजर किया है।
सोमवार को पाल, परवट पाटिया, अडाजण तथा वेसु के आठ बिल्डर्स ने 90 करोड़ और रिंगरोड़ के चार कपड़ा व्यापारियों ने पन्द्रह करोड़ रुपए के कालाधन की घोषणा की। अब तक इस योजना के तहत सूरत में लगभग 1200 करोड़ रुपए आ चुके हैं।
सितबर के अंत तक 1500 करोड़ रुपए आने की संभावना है। आयकर अधिकारी भी अंतिम समय में बड़े-बड़े बिल्डर्स और व्यवसायियों को बुलाकर आईडीएस में घोषणा करने की सूचना दे रहे हैं।