नई दिल्ली। आयकर विभाग ने आय घोषणा योजना के तहत मुंबई में चार लोगों के एक परिवार द्वारा दो लाख करोड़ रुपये की आय घोषणा को अस्वीकार कर दिया है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होगी। परिवार में अब्दुल रज्जाक मोहम्मद सैयद, पुत्र मोहम्मद आरिफ अब्दुल रज्जाक सईद, पत्नी रुखसाना अब्दुल रज्जाक सैयद और बेटी नूरजहां मोहम्मद सईद हैं। यह परिवार मुंबई के ब्रांदा इलाके में रहता है।
वित्त मंत्रालय का कहना है कि इस परिवार की घोषणाएं ‘संदिग्ध चरित्र की लगती हैं क्योंकि इस परिवार के आय के संसाधन सीमित हैं।’ इनकम डिस्क्लोजर स्कीम (आईडीएस) यानी आय की घोषणा स्कीम के तहत की गई थी। इस स्कीम के तहत यदि कोई अघोषित आय को जाहिर करता है तो उसको घोषित आय का 45 प्रतिशत टैक्स, सरचार्ज और पेनल्टी के रूप में देना होगा। इस स्कीम की अंतिम तारीख 30 सितंबर थी। सरकार की ओर से यह विंडो पीरियड 4 महीने का था।
आयकर अधिकारी आईडीएस के तहत 13860 करोड़ रुपये की घोषणा करने वाले गुजराती कारोबारी महेश शाह की भी जांच कर रहे हैं। शाह को तीन दिसंबर को आयकर विभाग ने हिरासत में ले लिया था। आईडीएस के तहत 30 सितंबर तक सरकार को 45 प्रतिशत टैक्स देकर अघोषित आय घोषित की जा सकती थी। सरकार ने एक अक्टूबर को बताया था कि आईडीएस के तहत 65250 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ था।
हालांकि बाद में इसमें सुधार करते हुए सरकार ने आईडीएस के तहत कुल 67382 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति सामने आने की बात कही। वित्त मंत्रालय के अनुसार सैयद और शाह द्वारा घोषित की गई संपत्ति को इस 67,382 करोड़ रुपये में नहीं शामिल किया गया है। इन दोनों के साधारण कारोबारी होने की वजह से आयकर को उन पर संदेह हुआ और उनकी जांच शुरू कर दी गई।
जहां सैयद परिवार को कोई भी सदस्य अभी सामने नहीं आया है वहीं शाह ने एक निजी टीवी चैनल पर आकर कहा था कि उन्होंने कई राजनेताओं और नौकरशाहों के पैसे आईडीएस के तहत घोषित किए थे और वक्त आने पर वो सबका नाम उजागर कर देंगे। बाद में आयकर विभाग ने शाह से पूछताछ भी की। वहीं सैयद परिवार से पुलिस या आयकर अधिकारियों ने अभी तक कोई पूछताछ नहीं की है। ये साफ नहीं है कि अधिकारियों को सैयद परिवार के असली ठिकाने के बारे में पता है या नहीं?