नई दिल्ली। आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस सहित 50 इकाइयों को नोटिस जारी किए हैं। ये नोटिस फर्जी कंपनियों द्वारा राजनीतिक दलों को चंदे के चैक काट कर काले धन को सफेद करने और कथित कर चोरी के संदेह की जांच के लिए भेजे गए हैं।
आप पार्टी से अलग हुआ एक गुट आप वालंटियर एक्शनन मंच (अवाम) ने कथित आरोप लगाया है कि पार्टी को दिल्ली की एक बस्ती में पंजीकृत कंपनियों से चार किस्तों में दो करोड़ रूपये प्राप्त हुये थे । इन कंपनियों के निदेशकों के नाम भी एक ही है। अवाम के अनुसार आम आदमी पार्टी ने 5 अप्रैल 2014 की आधी रात:12 बजेः को 50-50 लाख रूपये के चार चैक स्वीकार किये थे।
केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने कहा कि आयकर अधिकारियों को संदेह है कि कुछ बोगस या ‘एंट्री आप्रेटर’ कंपनियां दिल्ली में राजनीतिक दलों को चंदे के नाम पर काले धन को सफेद करने में लगी थीं।
आयकर विभाग नेये नोटिस दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना से एक दिन पहले 9 फरवरी को जारी किए गए। आयकर विभाग ने ‘आप’ को 16 फरवरी तक नोटिस का जवाब देने के लिए कहा है। विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने 70 में से 67 सींटें जीत कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
मतदान से पहले केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली ने आरोप लगाया था कि ‘आप’ संदिग्ध चंदा लेते रंगे हाथ पकड़ी गई। यह चंदा ऐसी कंपनियों से मिला है जिनका कोई कारोबार नहीं है।
जेतली ने यह भी आरोप लगाया कि ‘आप’ के नेता मुद्दे से ध्यान हटाने की नीति के तहत काम कर रहे हैं। जेतली ने कहा था कि पार्टी को 4 कंपनियों से कुल 2 करोड़ रुपए 50 लाख रुपए के चैक के रूप में मिले थे।