कानपुर। नामी गुटखा कारोबारी के एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर आयकर की छापेमारी में सवा करोड़ से अधिक की बेनामी संपत्ति का पता चला है। दो दिनों तक चली कार्रवाई के दौरान कारोबारी ने खुद आयकर की टीम को 75 करोड़ रुपये सरेंडर किए हैं। गुटखा कारोबारी के कानपुर सहित देशभर के दो दर्जन ठिकानों पर आयकर की 250 से अधिक अधिकारियों व कर्मियों की टीम ने एक साथ छापेमारी की कार्रवाई दो दिन पूर्व शुरू की थी।
कंपनी के मालिक सहित शहर में गुटखा की फ्रैंचाइजी व सहयोगियों के एक दर्जन ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति व कर अपवंचना की जानकारी पर आयकर निदेशालय की 250 अधिकारियों व कर्मियों की टीम ने भारी पुलिस के साथ गुरुवार को छापा मारा। प्रधान आयकर निदेशक जांच वी.के. झा के नेतृत्व में छापेमारी की कार्रवाई के तहत शहर में प्रमुख गुटखा व्यवसायी के बंगले, नयागंज स्थित आफिस, सहयोगियों सहित ठिकानों पर कार्रवाई के दौरान 48 घंटे बाद दस्तावेज खंगालने पर आयकर को सवा सौ करोड़ से अधिक की अघोषित सम्पत्ति का पता चला है।
इसके बाद कारोबारी पर कार्रवाई का शिकंजा कसने लगा है। कार्रवाई को देखते हुए केसर गुटखा के मालिक ने आयकर को 75 करोड़ रुपये सरेंडर कर दिए। लैपटॉप, कम्प्यूटर व दस्तावेजों के साथ बैंक एकाउंट की आयकर ने जांच की जिसके बाद बेनामी सम्पत्ति की जानकारी हुई। आयकर अधिकारियों की माने तो शहर के साथ-साथ उन्नाव, नोएडा, महाराष्ट्र में कईं प्रापर्टी का खरीदे जाने का पता चला है। इसके अलावा कारोबार से जुड़े सीए, पाउच पैकर सहित अन्य करीबियों के पास भी दस्तावेज छुपाए जाने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
अधिकारियों का कहना है कि अभी भी बेनामी सम्पत्ति मिलने पर जब्त कर नियमानुसार कारोबारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं आयकर की कार्रवाई को देखते हुए शहर के अन्य गुटखा व मसाला कारोबारियों में हलचल है। शनिवार को आयकर की टीम द्वारा कार्रवाई को देखते हुए थोक बाजारों में कई फर्में व प्रतिष्ठान नहीं खुले।