भीलवाड़ा/जोधपुर। मांडल डीएसपी चंचल मिश्रा पर जानलेवा हमले की आशंका देखते हुए पुलिस विभाग ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। डीएसपी मिश्रा पहले जोधपुर में तैनात थी, तब उन्होंने आसाराम की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तब से उन पर हमले की आशंका है।
पुलिस ने एक सुरक्षा गार्ड दे रखा था। महीने भर से पुलिस ने उनकी सुरक्षा में तीन गनमैन नियुक्त कर दिए हैं। आसाराम मामले में रविवार को एक नया खुलासा हुआ था।
पिछले दिनों गुजरात क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए शार्प शूटर कार्तिक हल्दर ने पूछताछ के दौरान बताया कि कैसे उसने आसाराम मामले की जांच करने वाली एसपी चंचल मिश्रा की हत्या की साजिश रची थी। हल्दर आसाराम का शिष्य भी था।
शार्प शूटर कार्तिक हल्दर ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि गवाहों की हत्या कराने और एके 47 खरीदने के लिए पूरे देश से आसाराम के सेवकों ने 25 लाख रुपए इकट्ठा किए थे।
डिटेक्शन ऑफ क्राइम ब्रांच (डीसीबी) अहमदाबाद ने हल्दर का 30 पेज का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है। इसमें इस शार्प शूटर ने तीन अहम गवाहों की हत्या की बात मानी है. साथ ही चार अन्य गवाहों के मर्डर की कोशिश की बात भी बताई है।
पुलिस के मुताबिक, हल्दर ने बताया है कि उसे आसाराम के खिलाफ गवाही देने वालों को खत्म करने का आदेश दिया गया था। हल्दर ने यह भी बताया है कि चंचल मिश्रा की भी मर्डर की साजिश रची गई थी। वह आसाराम से सख्ती से बात करती थीं इसलिए उसे बम से उड़ाने का प्लान था।