कोहिमा। नागा स्टूडेंट फेडरेशन (एनएसएफ) ने एक बयान जारी कर चेतावनी दी है कि मणिपुर का सर्वात्मक रूप से अवरोध किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री ओक्रम इबोबी सिंह द्वारा राज्य में 7 नए जिले बनाए जाने का नागालैंड व मणिपुर में रहने वाले नागा जनजातियों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है।
इस कड़ी में नागाओं के संयुक्त संगठन यूनाइटेड नगा काउंसिल द्वारा बीते 1 नवंबर से मणिपुर का आर्थिक अवरोध किया गया है। जिसके चलते मणिपुर में अत्यावश्यक सामानों की किल्लत हो गई है।
ज्ञात हो कि मणिपुर में देश के अन्य हिस्सों से जाने के लिए नागालैंड और असम के बराक घाटी से होकर जाया जा सकता है। बराक घाटी वाला रास्ता बेहद खराब है। जिसके चलते नगालैंड से होकर ही आवागमन होता है।
एनएसएफ ने बयान में कहा है कि जब तक मणिपुर में रहने वाले नागाओं की सुरक्षा को राज्य सरकार पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं करती है तब तक मणिपुरियों का सभी तरह का अवरोध जारी रहेगा।
साथ ही कहा है कि मणिपुर के नागा लोगों के वाहनों में आग लगाने तथा उनके उपर हमला किए जाने का आरोप लगाते हुए इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है।
एनएसएफ ने कहा है कि नागा और मणिपुर सरकार के बीच सदर हिल को लेकर किए गए समझौते का मणिपुर सराकर उल्लंघन कर वर्तमान में राज्य में अराजकता का माहौल उत्पन्न किया है।
एनएसएफ के अध्यक्ष सूबेनथांग किथान और महासचिव केसोसूल क्रिस्टोफर लूटू ने उपरोक्त बयान जारी किया है।