नई दिल्ली। 69वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किला की प्राचीर से देश को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर प्रोटोकॉल तोड़कर समारोह में आये बच्चों से मुलाकात की। बच्चों ने उन्हें इस कदर घेर लिया कि भीड़ के बीच फसकर वह लड़खड़ा गए।
शनिवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने ध्वाजारोहण के बाद लाल किला की प्रचीर से देश को संबोधित किया। इसके बाद पिछले साल की तरह वो एक बार फिर बच्चों से मिलने के लिए प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उनके बीच जा पहुंचे।
इस दौरान उनसे हाथ मिलाने और पैर छुने के लिए उनकी तरफ बढ़ रहे बच्चों की संख्या इतनी अधिक हो गई कि प्रधानमंत्री मोदी भीड़ के बीच फंस कर लड़खड़ा गए। हालांकि उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें फौरन संभाल लिया।
पाकिस्तान पर फिर कुछ नहीं बोले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए अपने भाषण में पाकिस्तान पर कोई टिप्पणी नहीं की। यह दूसरा मौका था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित किया। लेकिन अपने 86 मिनट 10 सेकंड के भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी पाकिस्तान का जिक्र नही किया।
इससे पहले पिछले साल भी अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के बारे में कुछ भी नही कहा था। ऐसा बरसों बाद हुआ जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पाकिस्तान को लेकर कोई कुछ ना बोला हो।
जानकारी हो कि पिछले एक वर्ष से पाकिस्तान लगातार सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लघंन करता आ रहे है और भारतीय सुरक्षा बल पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब दे रहे हैं । शुक्रवार को भी पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी पाकिस्तानी सेना से सीमा पर फायरिंग की थी ।