सिडनी। सुरेश रैना (नाबाद 49) और युवराज सिंह (नाबाद 15) ने अंतिम ओवरों में समझदारी के साथ बल्लेबाजी करते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में रविवार को सात विकेट से जीत दिलाकर पहली बार क्लीन स्विप करने का इतिहास बनाया।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया से तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला 3-0 से अपने नाम की। इस जीत के साथ भारत विश्व की पहली ऐसी टीम बनी जिसने ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में टी-20 श्रृंखला में क्लीन स्विप किया। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान शेन वॉटसन (नाबाद 124) के शतक के दम पर भारत के सामने निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट पर 197 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
जवाब में भारतीय बल्लेबाजों ने 20 ओवर में तीन विकेट पर 200 रन ठोककर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वॉटसन को मैन ऑफ द मैच जबकि विराट कोहली को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।
मेजबान टीम के बड़े लक्ष्य को भेदने के लिए भारत के सलामी बल्लेबाजों ने ठोस शुरुआत दिलाई।
शिखर ने तेज गेंदबाज शॉन टेट के एक ओवर में 24 रन कूटकर टीम को अच्छा रनरेट दिया। लेकिन वह शेन वॉटसन की गेंद पर आउट हुए। शिखर ने मात्र नौ गेंदों में चार चौके और एक छक्का उड़ाते हुये 26 रन बनाए। इसके बाद रोहित शर्मा ने टीम को संभाले रखा और अपना अर्धशतक पूरा किया। रोहित को बॉयस ने अपना शिकार बनाया।
रोहित ने 38 गेंदों पर 52 रन में पांच चौके और एक छक्का लगाया। सुपर फॉर्म में चल रहे विराट कोहली ने एक छोर संभालकर खेलते रहे जबकि सुरेश रैना पारी के अंत तक टिके रहे। कोहली अंदर आती गेंद को ठीक से पढ़ नहीं पाए और बॉयस की गेंद पर बोल्ड आउट हुए। कोहली ने 36 गेंदों पर 50 रन में दो चौके और एक छक्का लगाया और इस सीरीज में अर्धशतक बनाने की हैट्रिक पूरी की।
कोहली के आउट होने के बाद श्रृंखला में पहली बार बल्लेबाज करने उतरे युवराज सिंह की शुरुआत धीमी रही लेकिन उन्होंने बोलैंड के गेंद पर एक छक्का और एक चौका लगाकर टीम की जीत के अंतर को कम किया। जबकि रैना ने चौका जड़कर भारत को जश्न और इतिहास रचने का मौका दिया।
भारत इस ऐतिहासिक क्लीन स्वीप के साथ ट्वंटी-20 में भी नंबर एक बन गया। रैना ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 25 गेंदों पर नाबाद 49 रन में छह चौके और एक छक्का लगाया। जबकि युवराज सिंह 12 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 15 रन बनाए।
इससे पहले टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पांच बदलावों के साथ बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। मेहमान टीम का यह बदलाव काम नहीं आया और शेन वॉटसन (124) और हेड (26) को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज ढाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाया।
ख्वाजा (14), मार्श (09), मैक्सवेल (03), लिन (13), ब्रैनकोर्ट (नाबाद 00) कप्तान वॉटसन का साथ नहीं निभा पाए। भारत के लिए नेहरा, बुमराह, पांड्या, अश्विन, जडेजा और युवराज को एक-एक विकेट मिला।