नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में हिजबुल कमांडर बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे जाने से बौखलाए पाकिस्तान को भारत ने संयुक्त राष्ट्र में करारा जवाब दिया है।
संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकारों पर हो रही बहस के दौरान पाकिस्तान ने कश्मीर और वानी की मौत का मुद्दा उठाया। इस पर वहां तैनात भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। अकबरुद्दीन ने कहा कि पकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के मंच का गलत इस्तेमाल करता आया है।
अकबरुद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपने नीति में शामिल कर लिया है। आतंकवादियों को संरक्षण, पनाह दी जा रही है। इनमें वे भी शामिल हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित किया है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने संयुक्त राष्ट्र में 193 देशों के सामने वानी को कश्मीर का नेता बताया और उसकी मौत का जिम्मेदार भारतीय सेना को ठहराया।
अकबरुद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान मानवाधिकारों का समर्थन करने का नाटक करता है।
पाकिस्तान वही देश है जिसका मानवाधिकारों के मामले में हमेशा से पिछला रिकॉर्ड खराब रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो उसे संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद की सदस्यता हासिल नहीं कर सकता।
अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत पूरी तरह से सहिष्णु देश है, भारत कानून, लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए प्रतिबद्ध है। मानवाधिकारों की रक्षा करना हमारे सिद्धांतों में रहा है और हम इसके लिए पूरा सहयोग करेंगे।
कश्मीर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आज या इससे पहले कश्मीर को लेकर जो भी मुद्दे उठाए हैं, उस पर कहीं भी चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है।