जयपुर। वस्त्र मंत्रालय ने हथकरघा की दो नई योजनाएं इण्डिया हैण्डलूम ब्रांड एवं मुद्रा योजना राजस्थान में लागू कर दी है। इसके लिए एक वेबपोर्टल बनाया गया है जिसमें पूरे भारत से 351 इण्डिया हैण्डलूम ब्रांड होल्डर रजिस्टर्ड हो चुके हैं।
ये होल्डर उच्च गुणवता का हैण्डलूम उत्पाद जैसे कांजीवरम, बनारसी, बालूचरी, इकत कोटा डोरिया, चंदेरी, महेश्वरी, जामदानी, बलरामपुरम, तनछुई, हैण्डलूम ड्रेस मैट्रेरियल बना रहे हैं। ये होल्डर अपने हैण्डलूम उत्पाद सीधे उपभोक्ताओ को उपलब्ध करा रहे हैं।
वस्त्र मंत्रालय नई दिल्ली एवं बुनकर सेवा केन्द्र, जयपुर द्वारा राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित समारोह में बताया गया कि राजस्थान मे पांच ई-मॉर्केटिंग कम्पनियां एमेजोन,गो-कॅाआप,ईबे, क्राफ्टविला व शॅापएटप्लेस आदि ने कोटा के पास कैथून में लगभग 100 से अघिक हैण्डलूम मार्क व इण्डिया हैण्डलूम ब्रांड होल्डर को ऑनलाइन हैण्डलूम उत्पाद बेचने के लिए रजिस्टर्ड किया है।
ई-मॉर्केटिंग कम्पनियां हेण्डलूम उत्पाद की फोटोग्राफी कर अपने र्पोटल पर निशुल्क अपलोड कर रही हैं। ऑनलाइन मॉर्केटिंग से हैण्डलूम की तरफ युवाओं का रूझान बढ़ेगा। दूसरी नई मुद्रा स्कीम के अन्तर्गत 54 बुनकरों को पीएनबी मुद्रा योजना के अन्तर्गत ऋण दिए गए। अब ये योजना राजस्थान के सभी बुनकरो के लिए लागू की जाएगी।
इस योजना में पचास हजार से पांच लाख तक ऋण की व्यवस्था है। समारोह मे राज्यस्तरीय पुरूस्कार वितरित किए गए। राजस्थान से मोहम्मद सिद्दीक, कैथून, कोटा व आनन्दाराम भोबरीया, जोधपुर को राष्ट्रीय पुरस्कार 2015 दिया गया। मेरिट पुरस्कार अब्दुल हमीद, मोहम्मद अकरम- कैथून व रामेश्वर गौतम, लवाण को दिए गए।