नई दिल्ली। वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने गुरुवार को कहा कि भारत, चीन की तरफ से उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे और दो मोर्चो पर एक साथ युद्ध का सामना करने के लिए भी तैयार है।
वायुसेना दिवस से पहले भारतीय वायुसेना के वार्षिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि अगर दो मोर्चों पर युद्ध की स्थिति बनती है तो उनके पास अपनी ताकत की कमी को पूरा करने के लिए प्लान बी है।
दो मोर्चो के युद्ध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पूर्ण विस्तारित अभियान के लिए हमें 42 स्क्वाड्रन की जरूरत है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम दो मोर्चो पर नहीं लड़ सकते। हमारे पास प्लान बी है।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान के भूराजनीतिक परिदृश्य में दो मोर्चो पर युद्ध की संभावना कम है। उन्होंने कहा कि हमारे पास पूर्वी (चीन) दिशा से किसी भी खतरे का सामना करने की पर्याप्त क्षमता है।
वायुसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि सवाल यह है कि क्या चीन, भारत के खिलाफ तिब्बत से काम कर सकता है या नहीं।
उन्होंने यह भी कहा कि चीनी सेना अभी भी चुम्बी घाटी में तैनात हैं, जिसमें डोकालम भी शामिल है। हम आशा करते हैं कि वे अपना अभ्यास खत्म कर वहां से लौट जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि 70 दिनों के लंबे डोकलाम गतिरोध के दौरान आसमान में दोनों सेनाओं के बीच किसी तरह का आमना-सामना नहीं हुआ और न ही किसी तरह का उल्लंघन हुआ।
उन्होंने कहा कि मैं इस अवसर पर देश के आसमान की संप्रभुता के बचाव के हमारे पवित्र संकल्प के बारे में अपने देशवासियों को आश्वस्त करता हूं।