नई दिल्ली। जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर ने दावा किया है कि भारत ने वर्ष 1999 में कंधार में हाईजैक किए गए भारतीय विमान आईसी-814 के यात्रियों और क्रू की अदला-बदली करने के बाद तालिबान सरकार को पैसे का प्रस्ताव दिया था ताकि वह उसे और उसके दो अन्य साथियों को पकड़कर भारत के हवाले कर दे।
अजहर ने यह सारी बातें जैश के ऑनलाइन मुखपत्र ‘अल कलाम वीकली’ में कही हैं। अजहर ने कहा है कि यह प्रस्ताव तत्कालीन भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से दिया गया था।