नई दिल्ली। ओलंपिक रजत पदकधारी पीवी सिंधू शनिवार को इंडिया ओपन सुपर सीरीज के सेमीफाइनल में दुनिया की चौथी नंबर की कोरियाई खिलाड़ी सुंग जि हुन पर जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंची, जहां उनकी भिड़ंत कैरोलिना मारिन से होगी।
सिरी फोर्ट खेल परिसर में सिंधू ने शानदार खेल दिखाते हुए दूसरी वरीय हुन को 21-18 14-21 21-14 से मात दी।
खेल प्रशंसक पूरे मैच के दौरान ‘सिंधू’ और ‘इंडिया’ चिल्लाकर उनका उत्साह बढ़ाते रहे। यह मैच ओलंपिक के फाइनल की तरह ही था जिसमें ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के आमने सामने थीं।
इससे पहले ओलंपिक और दो बार की विश्व चैंपियन मारिन ने जापान की अकाने यामागुची को हराया। इस स्पेनिश खिलाड़ी ने चौथी वरीय पर आसान मुकाबले में 21-16 21-14 से जीत दर्ज की।
इस मैच से पहले सिंधू का हुन के खिलाफ जीत का रिकार्ड 6-4 का था और उन्होंने आज के मुकाबले में बेहतरीन खेल दिखाया। सिंधू ने कहा कि मैं शुरू से ही तैयार थी क्योंकि यह तय था कि मैच लंबा खिंचेगा। दूसरे गेम में मैं 5-2 से बढ़त बनाए थी लेकिन मैंने सहज गलतियां की जैसे मैंने बीच के कोर्ट का स्मैश बाहर मार दिया।
उन्होंने कहा कि उसके बाद से उसने 11-6 की बढ़त बना ली, मैंने कोशिश की लेकिन उसने बढ़त कायम रखा। दो बार की विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदकधारी सिंधू ने कहा कि निर्णायक गेम में मैं शुरू से ही आक्रामक थी।
मुझे याद है कि पिछली बार मैंने कुछ गलतियां कर उसे बढ़त बनाने दी थी। इसलिए मैं पहले अंक से ही तैयार थी। उसने तीसरे गेम में वापसी की लेकिन मैंने खुद से कहा कि वह इतने सारे अंक जीत सकती है तो मैं क्यों नहीं इसलिए मैंने खुद पर भरोसा किया।
मारिन के खिलाफ फाइनल के बारे में बात करते हुए सिंधू ने कहा कि दुबई फाइनल्स में हम खेले थे और मैंने उसे हराया था लेकिन उसने मुझे पीबीएल में पराजित किया। इस बार यह मुकाबला दिल्ली में है तो मुझे दर्शकों का समर्थन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि लेकिन यह नया गेम होगा, नए हालात होंगे, नया स्टाइल होगा।
वह भले ही मेरा गेम जानती हो और मैं भी शायद उसका गेम जानती हूं, हम दोनों को यह अहसास होगा कि हम एक दूसरे के खिलाफ जीते थे। लेकिन यह नई रणनीति होगी, नया गेम होगा इसलिए उस दिन जो बढिय़ा खेलता है, वही जीतेगा। मैं अच्छे की उम्मीद कर रही हूं।
सिंधू ने पिछले साल चाइना ओपन में अपना पहला सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब जीता था और वह हांगकांग ओपन के फाइनल में भी पहुंची थी। उन्होंने चेन्नई स्मैशर्स को भी प्रीमियर बैडमिंटन लीग खिताब दिलाने में मदद की थी। उसने जनवरी में लखनउ में सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय ग्रां प्री गोल्ड टूर्नामेंट में जीत से नए अंतरराष्ट्रीय सत्र की शुरूआत की थी।
डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने लगातार अपने तीसरे इंडिया ओपन फाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने हांगकांग के छठे वरीय एनजी का लोंग एंगस को सेमीफाइनल में 21-12 21-13 से पराजित किया और अब वह चीनी ताइपे के सातवें वरीय चोउ टिएन चेन से भिड़ेंगे जिन्होंने एक अन्य अंतिम चार के मुकाबले में डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन को 21-17 21-14 से हराया।
पुरूष युगल में इंडोनेशिया के छठे वरीय रिकी कारांदासुवार्डी और एंग्गा प्रातामा ने चीनके लि जुन्हुई और लि युनचेन की पांचवीं वरीय जोड़ी को 21-16 13-21 21-16 से हराया। अब उनकी भिड़त इंडोनेशिया के मार्कस फर्नाल्डी गिडियोन और केविन संजया सुकामुलजो से होगी।
महिला युगल में नाआेको फुकुमान और कुरूमी योनाओ ने हमवतन युकी फुकुशिमा और सयाका हिरोटा को 21-16 21-13 से शिकस्त दी। अब उनकी भिड़ंत जापान की ही शिहो और कोहारू योनेमोटो से होगी। मिश्रित युगल फाइनल में चीन के लु काई और हुआंग याकियोंग की भिड़ंत झेंग सिवेई और चेन किंगचेन से होगी।